



बढ़ती ठंड पर प्रशासन सक्रिय

गिरिडीह डीसी रामनिवास यादव ने सभी प्रखंडों को सतर्क रहने और राहत कार्यों की तैयारी करने का निर्देश दिया
डीजे न्यूज, गिरिडीह : जिले में बढ़ती ठंड और आगामी दिनों में संभावित शीतलहर और पाला की आशंका को देखते हुए उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी रामनिवास यादव ने सभी प्रखंडों को तुरंत सतर्क रहने, पूर्व तैयारी करने तथा जरूरतमंदों के लिए राहत कार्य की सुव्यवस्थित योजना बनाने का निर्देश दिया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार तापमान में लगातार गिरावट की संभावना है, जिसके मद्देनज़र प्रशासन पहले से अलर्ट मोड में आ गया है।
उपायुक्त ने बताया कि शीतलहर के दौरान आम नागरिकों को स्वास्थ्य, सुरक्षा और दैनिक जीवन में कठिनाइयों से बचाने के लिए जागरूकता व एहतियाती उपाय बेहद आवश्यक हैं। इसी क्रम में जिला प्रशासन द्वारा करें और न करें की विस्तृत सलाह जारी की गई है।
✔ शीतलहर के दौरान — क्या करें
▪ मौसम और आपात सूचनाओं पर ध्यान दें।
▪ संभव हो तो घर के अंदर रहें, यात्रा कम करें।
▪ भारी कपड़े की एक परत के बजाय हल्के और ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें।
▪ सिर, गर्दन, हाथ और पैरों को ढककर रखें ; दस्तानों पर मिट्टन का उपयोग लाभदायक।
▪ टोपी, मफलर, वाटरप्रूफ जूते का इस्तेमाल करें।
▪ सुपाच्य भोजन और विटामिन–सी युक्त फल–सब्जियां खाएं।
▪ गर्म तरल पदार्थ नियमित रूप से लें।
▪ त्वचा पर तेल, पैट्रोलियम जैली या बॉडी क्रीम लगाकर नमी बनाकर रखें।
▪ बच्चों, बुजुर्गों और अकेले रहने वाले पड़ोसियों का विशेष ख्याल रखें।
▪ पानी, आवश्यक वस्तुएं और गर्म कपड़ों की व्यवस्था पहले से रखें।
▪ फ्रॉस्टबाइट और हाइपोथर्मिया के लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सीय सहायता लें।
▪ पालतू और घरेलू जानवरों को ठंड से सुरक्षित स्थान पर रखें।
✘ शीतलहर के दौरान — क्या न करें
▪ कंपकंपी को नजरअंदाज न करें, यह ठंड लगने का पहला गंभीर संकेत है।
▪ शराब का सेवन न करें — यह शरीर का तापमान तेजी से कम करता है।
▪ शीतदश वाले अंगों की मालिश न करें।
▪ पूरी सावधानी के बिना प्रभावित व्यक्ति को पेय पदार्थ न दें।
▪ बिना सुरक्षा आग न जलाएं, कार्बन मोनोक्साइड से बचें।
▪ बंद कमरों में मोमबत्ती/लकड़ी आदि न जलाएं।
उपायुक्त ने नागरिकों से अपील की है कि सावधानी अपनाकर स्वयं और अपने परिवार को सुरक्षित रखें तथा किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचित करें।

