
बाराडीह और मंझलाडीह में पेयजल संकट गहराया, दो साल से बंद पानी टंकी चालू कराने की मांग
डीजे न्यूज, बिरनी, गिरिडीह : बिरनी प्रखंड के बाराडीह और मंझलाडीह पंचायत के लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। 11 करोड़ 29 लाख रुपये की लागत से बनी पानी टंकी दो वर्षों से बंद पड़ी है, जिससे इन पंचायतों के हजारों लोग पानी के लिए तरस रहे हैं।
गर्मी का मौसम नजदीक आते ही ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। इस समस्या के समाधान के लिए ग्रामीणों ने सोमवार को बिरनी प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) फणीश्वर रजवार को आवेदन सौंपा और अविलंब पानी टंकी चालू कराने की मांग की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि 23 फरवरी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे नवाघाट स्थित पानी टंकी के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देंगे।
सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला, दो साल से बंद है जलापूर्ति
बाराडीह निवासी एवं आजसू नेता बब्लू यादव ने बताया कि केंद्र सरकार की ‘हर घर नल जल योजना’ के तहत पानी टंकी बनाई गई थी, जिससे बाराडीह और मंझलाडीह पंचायत के 1800 घरों को पानी की आपूर्ति होनी थी। लेकिन दो साल से जलापूर्ति पूरी तरह ठप है। कई जगहों पर पाइपलाइन तक नहीं बिछाई गई है और जहां बिछाई गई है, वहां भी पानी नहीं पहुंच रहा है।
ग्रामीणों ने कई बार जल विभाग को लिखित शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब गर्मी शुरू होने से पहले ही पानी के लिए हाहाकार मचने लगा है।
बीडीओ ने दिया आश्वासन
बीडीओ फणीश्वर रजवार ने कहा कि ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। आवेदन के आधार पर संबंधित विभाग को पत्र भेजा जाएगा और जल्द से जल्द जलापूर्ति बहाल करने की कार्रवाई की जाएगी।
आवेदन देने वालों में आजसू प्रखंड उपाध्यक्ष अमित गुप्ता, अशोक कुशवाहा, टेकलाल यादव, अशोक यादव, संतोष दास, दीपक गुप्ता, बबलू दास, महेश राय समेत कई ग्रामीण शामिल थे।