
बंदगांव के रंजाड़कोचा में आदिवासी समुदाय ने मनाया पर्व मागे
डीजे न्यूज, बंदगांव, पश्चिमी सिंहभूम: बंदगांव प्रखंड के ओटार पंचायत अंतर्गत सुदूरवर्ती गांव रंजाड़कोचा में सोमवार को आदिवासी समुदाय का महान पर्व मागे बड़े ही हर्षोल्लास और पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ मनाया गया। इस अवसर पर समाजसेवी डॉ. विजय सिंह गागराई मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
मौके पर डॉ. विजय सिंह गागराई ने कहा कि मागे पोरोब आदिवासी समाज की संस्कृति और प्रकृति के प्रति आस्था का प्रतीक है। इस पर्व में जल, जंगल और जमीन की पूजा की जाती है और नई फसल को धरती माता को अर्पित कर कृतज्ञता प्रकट की जाती है। उन्होंने कहा कि हो समुदाय मूल रूप से कृषक हैं, और नई फसल के आगमन पर इस पर्व को पूरे हर्षोल्लास से मनाते हैं। इस दौरान घरों की सफाई, लिपाई-पुताई की जाती है, लोग नए वस्त्र धारण कर ग्राम देवता की पूजा करते हैं और गाजे-बाजे के साथ नृत्य-गान कर खुशियां मनाते हैं।
मागे पर्व की रस्में और परंपरा
डॉ. गागराई ने बताया कि कोल्हान क्षेत्र में यह पर्व सात दिनों तक और पोड़ाहाट क्षेत्र में तीन दिनों तक मनाया जाता है। पहले दिन घर की लिपाई-पुताई की जाती है, दूसरे दिन दिऊरी (मुख्य पुजारी) उपवास रखकर जाहेर स्थान में जाकर ग्राम देवता की पूजा करते हैं। तीसरे दिन जातरा बोंगा यानी बड़ा पूजा होता है। पूजा के बाद ग्राम देवता को गांव में लाया जाता है, जिसके बाद पूरी रात नाच-गान का आयोजन होता है।
पारंपरिक व्यंजनों और सामूहिक उत्सव का आयोजन
पर्व की शुरुआत में दिऊरी हनु बोदरा ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर मांगलिक कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से मंदर की थाप पर नृत्य कर अपनी खुशी का इजहार किया। ग्रामीणों ने अपने-अपने घरों में होलोंग पीठे सहित विभिन्न प्रकार के पारंपरिक व्यंजन बनाए और अपने परिवार व अतिथियों के साथ बैठकर भोजन का आनंद लिया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से दिऊरी हनु बोदरा, सुखराम बोदरा, मनकी बोदरा, राउकन लांग, मंदरू लांग, सिंगराय पूर्ती, सोमबारी बोदरा, सुखंती बोदरा, सुष्मिता बोदरा, बासुदेव बोदरा, मरकुश बोदरा, दीपक मुंडा, संतोष सिंहदेव, कुशाल गागराई सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
समाजसेवी डॉ. विजय सिंह गागराई ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति और परंपराओं को सहेजकर रखना चाहिए, ताकि आने वाली पीढ़ी भी इस समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित हो सके।