बाबा साहब ने सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और फासीवाद के खिलाफ किया था संघर्ष

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बाबा साहब ने सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और फासीवाद के खिलाफ किया था संघर्ष

अखिल भारतीय अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग कर्मचारी समन्वय काउंसिल ने बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर के जन्म दिवस को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया

डीजे न्यूज, सिन्दरी, धनबाद : अखिल भारतीय अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग कर्मचारी समन्वय काउंसिल ने बाबासाहब भीम राव अम्बेडकर के जन्म दिवस को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर काउंसिल के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें पुष्प अर्पित किए, और उनके योगदान को याद किया। कार्यक्रम के दौरान प्रो बी एन राय ने बाबा साहब के भारतीय संविधान के निर्माण में योगदान पर बात करते हुए कहा, “बाबा साहब को भारतीय संविधान का जनक माना जाता है, और वे समाज के सुधारक थे।”

काउंसिल के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा, “बाबा साहब ने सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और फासीवाद के खिलाफ संघर्ष किया, और उनके प्रयासों से ही समाज में समानता की दिशा में कदम बढ़ाए गए।”

प्रो अनिल रजक ने बाबासाहब के संघर्ष और ज्ञान के प्रतीक होने का जिक्र करते हुए कहा, “बाबासाहब के संघर्ष ने समाज के वंचित वर्गों को एक नई दिशा दी। उनका जीवन समाज के प्रत्येक व्यक्ति को प्रेरित करता है।” इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में भाकपा माले के साथी राजीव मुखर्जी, विमल कुमार, अजीत मंडल, राजू सिंह, प्रो एन के सिंह, अमित कुमार, शिवजी यादव, रामप्रसाद जी, महासचिव मदन प्रसाद, नरसिंह राम, नरेश राम और ओमप्रकाश राम का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम के समापन पर सभी ने बाबासाहब के सपनों को साकार करने और समाज में समानता की दिशा में और अधिक कार्य करने का संकल्प लिया।

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