अक्षय तृतीया धर्मगुरु कार्यक्रम में बाल विवाह के खिलाफ दिलाई शपथ

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अक्षय तृतीया धर्मगुरु कार्यक्रम में बाल विवाह के खिलाफ दिलाई शपथ

डीजे न्यूज, सरिया(गिरिडीह) : राजदाहा धाम मंदिर में अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन अलायंस के सहयोग से बनवासी विकास आश्रम द्वारा बाल विवाह के खिलाफ धर्मगुरु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य धर्मगुरुओं के माध्यम से बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता फैलाना और समुदाय को इस दिशा में सक्रिय करना था।

बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई गई

कार्यक्रम के दौरान मंदिर के पुजारियों के साथ संवाद कर बाल विवाह की कुप्रथा पर चर्चा की गई और इसे रोकने में धर्मगुरुओं की भूमिका को लेकर जागरूकता बढ़ाई गई। राजदाहा धाम मंदिर के पुजारी पंडित गोपाल शास्त्री ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलवाया और बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि वे आने वाले दिनों में मंदिरों से समाज को बाल विवाह के खिलाफ जागरूक करने का कार्य करेंगे।

धर्मगुरुओं की भूमिका महत्वपूर्ण

बनवासी विकास आश्रम के कार्यक्रम समन्वयक उत्तम कुमार ने कहा कि धर्मगुरुओं की भूमिका समाज में अत्यंत प्रभावशाली है और यदि वे बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो समाज में सकारात्मक परिवर्तन संभव है। उन्होंने बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में जानकारी दी और उनसे अपील की कि वे अपने मंदिरों से ऐसे संदेश दें जिससे समाज में बाल विवाह के खिलाफ चेतना फैले।

जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन अलायंस का अभियान

ज्ञात हो कि जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन अलायंस 300 से अधिक जिलों में फैले 160 से अधिक गैर-सरकारी संगठनों के गठबंधन द्वारा संचालित एक राष्ट्रव्यापी अभियान है, जो भारत में बाल विवाह को खत्म करने के लिए काम कर रहा है। बनवासी विकास आश्रम द्वारा जिले के सभी मंदिरों, मस्जिदों, गिरिजाघरों, गुरुद्वारों एवं अन्य धार्मिक स्थलों में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

कार्यक्रम में उपस्थित रहे लोग

कार्यक्रम में संस्था के सामुदायिक कार्यकर्ता भागीरथी देवी, उदय कुमार सोनी एवं मंदिर के अध्यक्ष सुरेश भारती एवं अन्य सभी पुजारियों तथा कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का सहयोग सराहनीय रहा।

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