
अब सरकारी स्कूलों के बच्चों को भी मिलेगा आधुनिक तकनीक से शिक्षा का अवसर
शिक्षा में डिजिटल क्रांति : बेंगाबाद के 193 स्कूलों को मिला टैबलेट
डीजे न्यूज, गिरिडीह : प्राइवेट स्कूलों की तरह अब झारखंड के सरकारी स्कूलों के बच्चे भी आधुनिक तकनीक से शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। इसके लिए झारखंड सरकार ने सभी स्कूलों को टैबलेट देने की शुरूआत की है। यह शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल क्रांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मंगलवार को बेंगाबाद प्रखंड संसाधन केंद्र में प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी कृष्णदेव सिंह ने यह टैबलेट शिक्षकों को दिए। प्रखंड के 193 सरकारी स्कूलों को टैबलेट दिया गया। कंपनी के प्रतिनिधि अमित कुमार व धीरज मिश्रा मौजूद थे।
विभिन्न स्कूलों के प्रधानाध्यापक व शिक्षक टैबलेट लेने बेंगाबाद बीआरसी पहुंचे थे। टैबलेट लेकर शिक्षक भी काफी उत्साहित थे। उनका कहना है कि अब उनके स्कूल के बच्चों का भी आधुनिक तकनीक से सीखने का अवसर मिलेगा।
इस मौके पर आशीष सुमन, मितेंद्र नारायण साहू, रामदेव वर्मा, बसंत कुमार, मनोज कुमार तिवारी, सच्चिदानंद राम, अमित कुमार ओझा, राज नारायण वर्मा, लालजीत कुमार, मनोहर सिंह आदि मौजूद थे।
विदित हो कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत स्वीकृत 28,945 टैबलेट उन सरकारी विद्यालयों को दिए जाएंगे, जहां कक्षा 1 से 5 तक की पढ़ाई होती है और यू-डाइज+ 2023-24 के अनुसार नामांकन 30 से अधिक है। इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक शशि रंजन (भा.प्र.से.) द्वारा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला शिक्षा अधीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसके तहत टैबलेट की आपूर्ति झारखंड के 264 प्रखंड संसाधन केंद्रों में की जाएगी। बीआरसी से संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को टैबलेट दिए जाएंगे।
टैबलेट के उपयोग और रखरखाव से जुड़े दिशा-निर्देश
विद्यालय परिसंपत्ति के रूप में टैबलेट का उपयोग पढ़ाई, शिक्षकों के प्रशिक्षण, अनुश्रवण और बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करने के लिए किया जाएगा।
प्रधानाध्यापक/शिक्षक टैबलेट के सुरक्षित रखरखाव के लिए उत्तरदायी होंगे। गुम, चोरी या फिजिकल डैमेज की स्थिति में शिक्षक से वसूली की जाएगी।
यदि टैबलेट में कोई तकनीकी खराबी आती है, तो उसे जिला परियोजना कार्यालय में जमा कर मरम्मत या बदला जाएगा।