
आयुष्मान योजना में 10 महीने से नहीं मिला भुगतान, गिरिडीह के डॉक्टरों ने जताई चिंता
डीजे न्यूज, गिरिडीह: बरमसिया स्थित विश्वनाथ नर्सिंग होम में बुधवार को शाम 6 बजे गिरिडीह के निजी चिकित्सकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के तहत भुगतान में हो रही देरी पर गहरी चिंता जताई। डॉक्टरों ने बताया कि बीते 10 महीनों से योजना के अंतर्गत इलाज कर रहे 212 निजी अस्पतालों को कोई भुगतान नहीं मिला है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान डॉक्टरों ने कहा कि यह योजना देश के गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए वरदान है, लेकिन भुगतान न मिलने के कारण अस्पतालों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, अधिकतर मरीज आयुष्मान कार्ड के जरिए ही इलाज कराते हैं, ऐसे में मुफ्त इलाज की व्यवस्था बनाए रखना अब कठिन हो गया है।
उन्होंने बताया कि इलाज की लागत, दवाओं की आपूर्ति, स्टाफ की सैलरी और अन्य जरूरी खर्चे बिना भुगतान के संभव नहीं हो पा रहे हैं। सरकार से बार-बार आग्रह के बावजूद अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है।
चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य सचिव से आग्रह किया कि वे मामले में हस्तक्षेप करते हुए जल्द से जल्द लंबित भुगतान की व्यवस्था करें, ताकि मरीजों को सुचारू स्वास्थ्य सेवा मिलती रहे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर एस.के. डोकानिया, डॉक्टर आजाद खान, डॉक्टर रितेश सिंहा, डॉक्टर उत्तम जालान, डॉक्टर अरविंद कुमार और डॉक्टर नीरज डोकानिया समेत कई अन्य डॉक्टर मौजूद थे।