



आठ सूत्री मांगों को लेकर भाकपा माले ने दिया धरना

डीजे न्यूज, धनबाद: आठ सूत्री मांगों को लेकर भाकपा माले की जिला कमिटी ने गुरुवार को रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया। अध्यक्षता जिला सचिव काॅ. बिंदा पासवान ने की।
उनकी मांगों में झारखंड मे पलायन रोकने हेतू नीजि एंव आउटसोर्सिंग कंपनी में 75% स्थानीय लोगो को रोजगार की गारंटी, सीएनटी-एसपीटी एक्ट समेत तमाम विशिष्ट कानून को शक्ति से लागू, नक्सलवाद के नाम पर आदिवासियो पर जनसंहार बंद करने,
सोनम वांगचु की रिहाई एंव लद्दाख में छठी अनुसूची लागू करने, जल, जंगल, जमीन की सुरक्षा की गारंटी, मंहगाई पर रोक, अतिवृष्टि के कारण किसानो के फसल नुकसान का मुआवजा देने, धनबाद नगर निगम चुनाव की तारीख अविलंब घोषणा करना है।
वक्ताओ ने कहा की आज भाजपा कि गठबंधन सरकार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे देश व झारखंड को एक नई गुलामी की ओर ले जा रही है। भूमि एंव वन कानून मे ऐसे संसोधन कर रहे है, जिसमे यहां की जमीन कोर्पोरेट घराने को कौड़ी के भाव से दे सके। इनकी गलत नीति के चलते महंगाई-बेरोजगारी चरम सीमा पर है। ग्राम सभा के तमाम अधिकारो को छीन लिया है और न ही उचित मुआवजा, न ही रोजगार दे रही है।जरूरत है इसके खिलाफ व्यापक गोलबंदी कर संघर्ष करने की ।
धरना में हरि प्रसाद पप्पू, कार्तिक प्रसाद, हरेन्द्र सिंह, टुटुन मुखर्जी, बादल बाउरी, सुभाष प्रसाद सिंह, सुभाष चटर्जी, मोहम्मद शेख रहिम, आनंद मयीपाल, गणेश महतो, संतोष रवानी, श्रीकांत सिंह, विजय कुमार पासवान, राणा चट्टराज, सरोज देवी, सीमा पासवान, माधुरी कुमारी, मो.अख्तर हुसैन, विनय सिंह, रोशन मिश्रा, अतिकुल अंसारी, विश्वजीत राय, बुटन सिंह, राजेन्द्र पासवान, तुलसी रवानी, सपन गोराई, भूषण महतो, मनीष यादव, सोनू गोराई, शशी पासवान, जयदीप बनर्जी, भोला ताम्रकार, औरंगजेब खान, प्रदीप हरिजन, नकुल देव सिंह, चिंटू रवानी, करण पासवान, नरेश पासवान, पतित पावन माजी, काशीनाथ मंडल, मिठु रजक, उमेश पासवान, सुरेश पासवान, यमुना शर्मा, शुभम पासवान, चांदो चौहान, शनी पासवान, लड्डू अंसारी, शंभु भुईया, चंदेशर पासवान, संजय पासवान, राजेश कुमार महतो, गोपाल महतो, वंशी महतो, जटल महतो, योगेश महतो, सहदेव सिंह, विरंची महतो, अमर सिंह, मुस्ताक खान, जगदीश साव, संजीत पासवान, रामदास यादव, आदित्य चौहान, नवीन कुमार, सुभाष पासवान, सिकंदर पासवान, अजय प्रजापति, जयजीत मुखर्जी, सोमनाथ गोराई, पप्पू सिंह , राजेश गोराई आदि थे।
