आपदा प्रबंधन संसाधनों की कमी का मामला सदन में उठा

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आपदा प्रबंधन संसाधनों की कमी का मामला सदन में उठा

डीजे न्यूज, धनबाद: झरिया विधानसभा क्षेत्र समेत धनबाद जिले में अग्निकांड, भू धंसान तथा आपदा संबंधी घटनाओं के समय राहत और बचाव कार्य हेतु आवश्यक संसाधनों की पर्याप्त रूप से उपलब्धता न होने का मामला मंगलवार को सदन में उठाया गया। झरिया विधायक रागिनी सिंह द्वारा उठाए गए उक्त मामले पर सरकार की ओर से मिले उत्तर पर अपनी असंतुष्टता जताते हुए उन्होंने इस पर गंभारीतापूर्वक विचार कर ध्यान दिए जाने की बात कही। वही बंद खदानों के पानी में डूबने या नदी में डूबने की घटनाओं में राहत और बचाव दल स्थानीय स्तर पर उपलब्ध न होने के कारण बाहर से बचाव दल बुलाए  जाने के कारण बचाव कार्य प्रभावित होने का मामला उठाते हुए विधायक ने कहा कि आपदा प्रबंधन संसाधनों की कमी व तत्काल उपलब्ध बचाव दल के अभाव में आपदा एवं दुर्घटना की स्थिति में स्थानीय नागरिकों को गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। झरिया सहित धनबाद जिले में अग्निकांड भू धसान एवं डूबने की घटनाओं के लिए स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षित और सुसज्जित राहत एवं बचाव दल की स्थाई व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने का मामला उठाया। जिसपर स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी ने उत्तर देते हुए कहा बीसीसीएल खनन क्षेत्र अंतर्गत भू धसान गैस रिसाव  जैसी आपदाजनित घटनाएं घटित होती हैं और खनन क्षेत्र में संसाधन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सम्बन्धित कंपनी की ही है। वही उन्होंने कहा कि बीसीसीएल द्वारा संचालित माइंस रेस्क्यू सेंटर बीसीसीएल धनबाद जिला में कार्यरत है परन्तु उसमें पर्याप्त संसाधन व मानव बल के अभाव की बात कही। वही स्वास्थ्य मंत्री ने अग्निकांड से राहत एवं बचाव हेतु अग्निशमन केंद्र धनबाद जिले में होने डूबने की घटनाओं की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य हेतु एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति किए जाने की बात कही। वहीं उक्त स्थान के अतिरिक्त पानी में डूबने की घटनाओं से राहत एवं बचाव हेतु जिले से चिन्हित दो गोताखोरों को दीप ड्राइवर के रूप में प्रशिक्षित करने हेतु एजेंसी द्वारा चयन चयन प्रक्रिया की बात कही।

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