

आईआईटी (आईएसएम) के पूर्व छात्र और एनसीएस निदेशक डॉ. ओपी मिश्रा को मिला आईजीयू-डिसेनियल अवॉर्ड
डीजे न्यूज, धनबाद: आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के पूर्व छात्र और नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस), नई दिल्ली के निदेशक डॉ. ओपी मिश्रा को इंडियन जियोफिजिकल यूनियन (आईजीयू) की ओर से आईजीयू-डिसेनियल अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया है।
यह सम्मान डॉ. मिश्रा को भूकंप भूभौतिकी (Seismo-Geophysics) के क्षेत्र में उनकी बेहतरीन और मौलिक शोध उपलब्धियों के लिए दिया जा रहा है। उन्होंने देश में उपलब्ध संसाधनों के इस्तेमाल से क्रस्टल और सब-क्रस्टल स्ट्रक्चरल डायनामिक्स पर उच्च स्तरीय रिसर्च कर एक नई पहचान बनाई है।
आईजीयू ने अपने पत्र में कहा है कि डॉ. मिश्रा का काम भूकंप, सुनामी, ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं से जन-धन की हानि कम करने के लिए मॉनिटरिंग, अर्ली वार्निंग और सिस्मोलॉजी आधारित जियोटेक्निकल गाइडलाइन तैयार करने में अहम रहा है। यह अवॉर्ड उन्हें 6 से 8 नवंबर 2025 के बीच हैदराबाद स्थित आईएनसीओआईएस (INCOIS) में आयोजित 62वें आईजीयू वार्षिक सम्मेलन में प्रदान किया जाएगा।
डॉ. मिश्रा ने आईआईटी (आईएसएम) धनबाद से 1990 में अप्लाइड जियोफिजिक्स में एम.एससी. टेक. की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने जापान के एहीमे यूनिवर्सिटी से पीएचडी और डी.एससी. (सीस्मोलॉजी) की उपाधि हासिल की। लगभग तीन दशकों से अधिक के करियर में उन्होंने जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, आईडीआरसी-कनाडा, और सार्क डिजास्टर मैनेजमेंट सेंटर जैसी संस्थाओं में अहम भूमिका निभाई है।
डॉ. मिश्रा नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, इंडिया के फेलो हैं और उन्हें पहले भी कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें नेशनल मिनरल अवॉर्ड (2008), ए.एस. आर्य अवॉर्ड (2014) और एनी तलवानी गोल्ड मेडल (2015) शामिल हैं। हाल ही में उन्हें रूस के विटस बेरिंग कमचटका स्टेट यूनिवर्सिटी द्वारा ऑनरेरी प्रोफेसरशिप से भी सम्मानित किया गया।
आईआईटी (आईएसएम) धनबाद परिवार ने डॉ. मिश्रा को इस उपलब्धि पर बधाई दी है और कहा कि उनका यह सम्मान संस्थान की गौरवशाली परंपरा और वैश्विक पहचान को और मजबूत करता है।
