आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के प्रो. संजीव कुमार रघुवंशी ने सहलेखन किया इंट्रोडक्शन टू माइक्रोवेव फोटोनिक्स

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आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के प्रो. संजीव कुमार रघुवंशी ने सहलेखन किया इंट्रोडक्शन टू माइक्रोवेव फोटोनिक्स

डीजे न्यूज, धनबाद:
आईआईटी (आईएसएम) धनबाद को गर्व है कि इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. संजीव कुमार रघुवंशी द्वारा सह-लेखित पुस्तक Introduction to Microwave Photonics (माइक्रोवेव सिग्नल को संभालने के लिए प्रकाश के उपयोग से संबंधित) अंतरराष्ट्रीय संस्था SPIE – The International Society for Optics and Photonics से प्रकाशित हुई है। इस पुस्तक के अन्य लेखक हैं प्रो. मंदीप सिंह, डॉ. रितेश कुमार और प्रो. संतोष कुमार। यह पुस्तक SPIE के प्रतिष्ठित PM Series (PM363) में प्रकाशित की गई है।
माइक्रोवेव फोटोनिक्स एक तेजी से उभरता हुआ क्षेत्र है जो माइक्रोवेव इंजीनियरिंग और फोटोनिक्स को जोड़ता है। यह तकनीक हाई-स्पीड कम्युनिकेशन, राडार, एयरोस्पेस, डिफेंस, बायोमेडिकल सेंसरिंग और सिग्नल प्रोसेसिंग जैसे कई क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। पुस्तक में बेसिक थ्योरी, प्रयोगात्मक तकनीकें और नवीनतम शोध शामिल हैं, जिनमें फाइबर ब्रैग ग्रेटिंग के जरिए डिस्पर्शन कॉम्पनसेशन, फोटोनिक वेवफॉर्म जनरेशन, सेंसर सिस्टम, बीमफॉर्मिंग सिस्टम और फोटोनिक एंटेना एक्साइटेशन जैसे विषय शामिल हैं।
प्रो. संजीव कुमार रघुवंशी का शोध कार्य ऑप्टिकल वेवगाइड के न्यूमेरिकल मेथड, ऑप्टिकल सेंसर, माइक्रोवेव फोटोनिक्स, ऑप्टिकल फाइबर कम्युनिकेशन, प्लाज्मोनिक वेवगाइड और स्पेशलिटी ऑप्टिकल फाइबर पर केंद्रित है। पिछले दस वर्षों में उन्होंने 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय SCI जर्नल पेपर, छह पुस्तकें और सात भारतीय पेटेंट प्रकाशित किए हैं।
प्रो. रघुवंशी ने बी.ई. (1999) गोविंदराम सेकसरिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, इंदौर से, एम.टेक. (2002) आईआईटी खड़गपुर से और पीएचडी (2009) आईआईएससी बेंगलुरु से किया। 2014–2015 में वे सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन में पोस्टडॉक्टरल रिसर्च फेलो भी रहे। उन्हें Erasmus Mundus Scholarship और आईआईटी (आईएसएम) धनबाद का बेस्ट रिसर्च अवॉर्ड (कैनरा बैंक पब्लिकेशन अवॉर्ड) भी मिल चुका है।
उन्होंने IEEE Sensors Journal, IEEE Access, Springer Nature और Optica जैसे प्रतिष्ठित जर्नल्स में एसोसिएट एडिटर और रिव्यूअर के रूप में योगदान दिया है।
यह पुस्तक (ISBN 978-1-5106-6639-9) आईआईटी (आईएसएम) धनबाद की शैक्षणिक और शोध उपलब्धियों में एक और महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो संस्थान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती पहचान को दर्शाती है।

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