




आदिवासियों की आवाज को दबा रही है हेमन्त सरकार : सुरेश साव
डीजे न्यूज, गिरिडीह : चाईबासा भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव ने चाईबासा में आदिवासी समाज पर हुए लाठीचार्ज और पुलिस कार्रवाई को लेकर हेमन्त सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के लोग केवल दिन के समय भारी वाहनों की आवाजाही रोकने की मांग कर रहे थे, ताकि सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सके, लेकिन सरकार ने उनकी जायज मांग को नजरअंदाज कर उन्हें लाठियों और आंसू गैस के गोलों से जवाब दिया।
सुरेश साव ने कहा, “यह कैसी अबुआ सरकार है, जो आदिवासियों की आवाज उठाने पर उन्हें जेल भेज रही है? चाईबासा में शांति पूर्ण आंदोलन कर रहे आदिवासियों और ग्रामीणों पर प्रशासन ने अन्यायपूर्ण कार्रवाई की है, जो अत्यंत निंदनीय है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि हेमन्त सोरेन सरकार लगातार आदिवासी विरोधी रवैया अपना रही है। “भोगनाडीह में वीर सिदो-कान्हू के वंशजों पर लाठीचार्ज, गोड्डा में समाजसेवी सूर्या हांसदा का फर्जी एनकाउंटर, नगड़ी में जमीन बचाने को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज और अब चाईबासा में आदिवासियों पर हमला — यह घटनाएं बताती हैं कि सरकार आदिवासी हितों की नहीं, दमन की राजनीति कर रही है,” उन्होंने कहा।
भाजपा नेता ने परिवहन विभाग और जिला प्रशासन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “सड़कों पर आए दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हो रही। सरकार की लापरवाही से लोगों की जान जा रही है, और जब जनता सवाल उठाती है, तो उसे लाठी से जवाब दिया जाता है।”
साव ने कहा कि वह इस घटना की घोर निंदा करते हैं और इसकी निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग करते हैं।
