
पीरटांड़ में सेंदरा पर्व मनाने पारंपरिक हथियारों के साथ जंगलों में निकले आदिवासी
वन विभाग के अधिकारी जंगली जीव जंतुओं की रक्षा की करते रहे अपील
डीजे न्यूज, पीरटांड़(गिरिडीह) : पीरटांड़ क्षेत्र में आदिवासियों का पारंपरिक त्योहार सेंदरा पर्व मनाया गया। इस अवसर पर क्षेत्र के आदिवासी पारसनाथ के जंगलों में शिकार खेलने निकले थे, जबकि वन विभाग के वनरक्षी जंगली जीव जंतुओं को बचाने की अपील करते नजर आए।
वन विभाग की अपील
वन विभाग द्वारा सेंदरा वीर को जंगली जीव जंतुओं की महत्ता बताते हुए शिकार नहीं करने को लेकर जागरूक किया गया। वन विभाग ने बताया कि जंगली जीव जंतुओं का संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी है और हमें उनकी रक्षा करनी चाहिए।
सेंदरा पर्व की परंपरा
क्षेत्र के आदिवासियों द्वारा प्रत्येक वर्ष बैशाख पूर्णिमा के दिन आदिकालीन परंपरा अनुसार सेंदरा पर्व मनाया जाता है। सेंदरा पर्व में जंगलों में शिकार करने के साथ-साथ धार्मिक और सामाजिक दायित्वों का भी निर्वहन किया जाता है।
आदिवासियों की भागीदारी
सोमवार को सेंदरा पर्व के निमित्त क्षेत्र के आदिवासी पारंपरिक हथियार से लैस होकर जंगलों की ओर निकले। पारसनाथ पहाड़ के चारों ओर बसे आदिवासी गांवों से लोग विधि पूर्वक पहाड़ पर सेंदरा मनाने गए थे। आदिवासियों ने जंगलों को खंगाला और अपनी परंपरा के अनुसार सेंदरा पर्व मनाया।
वन विभाग की निगरानी
वन विभाग भी पूरी तरह मुस्तैद रहा और वन विभाग के वनरक्षियों ने पहाड़ और जंगलों में घूम-घूमकर न केवल शिकार करने से रोकने का प्रयास किया, बल्कि पारसनाथ में वन्य जीवों की महत्ता बताते हुए जागरूक करने का भी प्रयास किया।
सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का प्रयास
मंगलवार देर शाम में बैठक कर सामाजिक कुरीतियों को दूर करने पर विचार-विमर्श किया गया। सेंदरा से वापस घर आने पर घर की महिलाओं द्वारा आतिथ्य सत्कार किया गया और सेंदरा पर्व की परंपरा को निभाया गया।
इस प्रकार, पीरटांड़ क्षेत्र में आदिवासियों का पारंपरिक त्योहार सेंदरा पर्व मनाया गया, जिसमें वन विभाग ने जंगली जीव जंतुओं के संरक्षण की अपील की और आदिवासियों ने अपनी परंपरा के अनुसार सेंदरा पर्व मनाया।