रंगदारी के आरोप से बरी हुए झामुमो नेता शिवम श्रीवास्तव

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रंगदारी के आरोप से बरी हुए झामुमो नेता शिवम श्रीवास्तव

डीजे न्यूज, गिरिडीह: नगर निगम के ठेकेदार से रंगदारी मांगने के आरोप में फंसे झामुमो नेता एवं पूर्व वार्ड पार्षद शिवम श्रीवास्तव को न्यायालय ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया। न्यायिक दंडाधिकारी स्मृति त्रिपाठी की अदालत ने बुधवार को यह फैसला सुनाया।

2020 में नगर निगम परिसर में हुआ था विवाद

 

नगर निगम के वाटर सप्लाई ठेकेदार राजकुमार बुनना ने नगर थाना में शिवम श्रीवास्तव और उनके साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोप था कि फरवरी 2020 में शिवम ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर रंगदारी की मांग की थी। जब ठेकेदार ने रकम देने से इनकार किया, तो नगर निगम परिसर में उसे घेरकर मारपीट की गई और डेढ़ लाख रुपये की सोने की चेन व 50 हजार रुपये नकद छीन लिए गए।

सबूतों के अभाव में मिला न्यायालय से राहत

 

इस मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की थी, लेकिन सुनवाई के दौरान किसी भी गवाह ने शिवम के खिलाफ गवाही नहीं दी। अदालत ने साक्ष्य के अभाव में शिवम को सभी आरोपों से मुक्त कर दिया।

शिवम बोले— बार-बार झूठे मामलों में फंसाया गया

 

फैसले के बाद शिवम श्रीवास्तव ने कहा, “मैं जनता के हित में हमेशा आवाज उठाता हूं, लेकिन मुझे बार-बार झूठे मामलों में फंसाने की साजिश होती रही है।” उन्होंने बताया कि उन्होंने नगर निगम से अपने वार्ड में वाटर सप्लाई पाइप जोड़ने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन ठेकेदार काम नहीं कर रहा था। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उनके खिलाफ रंगदारी का झूठा मामला दर्ज कर दिया गया।

 

न्यायालय के फैसले से शिवम श्रीवास्तव को बड़ी राहत मिली है।

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