
जिम्मेदारी के साथ करें इंटरनेट का उपयोग : स्मृता कुमारी
सुरक्षित इंटरनेट दिवस पर कार्यशाला आयोजित, साइबर सुरक्षा पर दी गई जानकारियां
डीजे न्यूज, गिरिडीह : इंटरनेट के बढ़ते उपयोग और ऑनलाइन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए “साथ मिलकर एक बेहतर इंटरनेट के लिए” थीम पर मंगलवार को समाहरणालय सभागार में एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त, श्रीमती स्मृता कुमारी ने की। कार्यशाला का उद्देश्य इंटरनेट को अधिक सुरक्षित और उपयोगी बनाना था, जिससे उपभोक्ता अपने डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए डिजिटल संसाधनों का लाभ उठा सकें।
इस मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक (साइबर क्राइम), सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित अधिकारी और कर्मी उपस्थित रहे।
इंटरनेट उपयोग में सुरक्षा के महत्व पर दिया गया जोर
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 11 फरवरी को सुरक्षित इंटरनेट दिवस (Safer Internet Day) मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट एक शक्तिशाली माध्यम है, जो सीखने, कौशल बढ़ाने और ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है, लेकिन इसके साथ साइबर खतरों की चुनौतियाँ भी जुड़ी हुई हैं। उन्होंने युवाओं को डिजिटल दुनिया में सतर्क रहने और जिम्मेदारी के साथ इंटरनेट के उपयोग पर बल दिया।
साइबर अपराधों से बचाव पर दी गई अहम जानकारियाँ
इस दौरान जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष की थीम ‘टुगेदर फॉर ए बेटर इंटरनेट’ (साथ मिलकर एक बेहतर इंटरनेट के लिए) रखी गई है, जिसका उद्देश्य लोगों को इंटरनेट सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और ऑनलाइन खतरों से बचाने के लिए सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहित करना है।
उन्होंने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से साइबर अपराधों के प्रकार, उनकी कार्यप्रणाली और उनसे बचने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी एआई तकनीक का उपयोग कर किसी भी मोबाइल नंबर से फोन कर सकते हैं, जिससे व्यक्ति को पता भी नहीं चलता। ऐसे अपराधों से बचने के लिए ऑनलाइन सतर्कता बरतना जरूरी है।
युवाओं ने रखी अपनी बात
कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं ने भी इंटरनेट से जुड़ी अपनी चिंताओं और अनुभवों को साझा किया। उन्होंने सुरक्षित इंटरनेट के लिए बेहतर नीतियों और जागरूकता अभियानों की जरूरत पर बल दिया।
कार्यशाला के अंत में सभी को साइबर सुरक्षा का संकल्प दिलाया गया, ताकि वे डिजिटल प्लेटफार्मों का सुरक्षित और जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग कर सकें।