न्यायालय में डिजिटल युग की शुरुआत, अधिवक्ताओं को मिला ई-फाइलिंग का प्रशिक्षण

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न्यायालय में डिजिटल युग की शुरुआत, अधिवक्ताओं को मिला ई-फाइलिंग का प्रशिक्षण

2027 तक पूरी तरह ऑनलाइन होगी न्यायिक प्रक्रिया

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी गवाही और पेशी

डीजे न्यूज, गिरिडीह : देशभर में न्यायालयों को डिजिटल और ऑनलाइन प्रणाली से जोड़ने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसी कड़ी में शुक्रवार को गिरिडीह व्यवहार न्यायालय में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें अधिवक्ताओं और उनके सहायक क्लर्कों को ई-फाइलिंग की प्रक्रिया का प्रशिक्षण दिया गया।

 

इस कार्यशाला में प्रधान जिला जज अरविंद कुमार पांडेय, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय, और जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रकाश सहाय ने ई-फाइलिंग के फायदों और इसकी तकनीकी प्रक्रिया की जानकारी दी।

 

ई-फाइलिंग से न्यायालय होंगे पेपरलेस

 

प्रधान जिला जज अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि अब न्यायालयों में कागजी कार्यवाही को खत्म कर पेपरलेस प्रक्रिया की ओर बढ़ा जा रहा है। ई-फाइलिंग के माध्यम से—

अधिवक्ता मोबाइल से आवेदन कर सकेंगे

ऑनलाइन फीस भुगतान की सुविधा मिलेगी

 डिजिटल माध्यम से सर्टिफाइड कॉपी प्राप्त होगी

गवाहों की गवाही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) से दर्ज होगी

 

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से गवाही और ऑनलाइन पेशी

 

जज पांडेय ने बताया कि डॉक्टरों और सरकारी गवाहों के लिए पहले ही ऑनलाइन गवाही की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। आने वाले समय में अधिवक्ता भी ऑनलाइन सुनवाई में भाग ले सकेंगे, जिससे न्यायालयों में मामलों की सुनवाई और फैसलों की प्रक्रिया तेज होगी।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कई अधिवक्ताओं और क्लर्कों ने भाग लिया, जिन्होंने डिजिटल प्रणाली को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया। प्रधान जिला जज ने कहा कि 2027 तक न्यायालयों की पूरी कार्यप्रणाली ऑनलाइन कर दी जाएगी, जिससे न्यायिक प्रक्रिया को तेज, पारदर्शी और सुगम बनाया जा सकेगा।

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