
निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने विधानसभा में बीईईओ के रिक्त पदों का मामला उठाया
डीजे न्यूज, धनबाद:
निरसा के भाकपा (माले) विधायक अरूप चटर्जी ने विधानसभा में अपने तारांकित प्रश्न के माध्यम से नवसृजित एग्यारकुंड और केलियासोल प्रखंडों में बीईईओ (प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी) के पदों के रिक्त होने और अब तक बीआरसी (प्रखंड संसाधन केंद्र) की स्थापना न होने का मामला उठाया।
विधायक ने सवाल किया कि क्या सरकार इन दोनों प्रखंडों में बीईईओ की नियुक्ति और बीआरसी की स्थापना करने का विचार रखती है? इस पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री श्री रामदास सोरेन ने आंशिक रूप से स्वीकार करते हुए बताया कि दोनों प्रखंडों में बीआरसी की स्वीकृति वर्ष 2022-23 में ही प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (PAB) द्वारा दी गई थी।
वर्तमान स्थिति:
1. एग्यारकुंड प्रखंड में मध्य विद्यालय पोटारी, कुमारधुबी और केलियासोल प्रखंड में मध्य विद्यालय खोखराहपहाड़ी के संकुल संसाधन केंद्रों के माध्यम से बीआरसी संचालित किया जा रहा है।
2. निरसा-1 में पदस्थापित प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी श्री स्वपन कुमार मंडल को निरसा-2 (केलियासोल) और निरसा-3 (एग्यारकुंड) का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
3. इन दोनों प्रखंडों में कार्यों के संचालन के लिए प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक, कनीय अभियंता, लेखापाल-सह-कंप्यूटर ऑपरेटर, एक प्रखंड साधन सेवी, और पांच संकुल साधन सेवी की प्रतिनियुक्ति की गई है।
नियुक्ति प्रक्रिया प्रगति में:
मंत्री ने बताया कि झारखंड अवर शिक्षा सेवा संवर्ग के तहत कुल 465 पदों में से 318 पदों को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी/अवर विद्यालय निरीक्षक के रूप में चिन्हित किया गया है। शेष 147 पदों को नए सिरे से सृजित करने के लिए मामला प्रशासी पदवर्ग समिति को भेजा गया है। समिति से अनुमोदन के बाद ही इन पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
विधायक की मांग पर सरकार गंभीर:
विधायक अरूप चटर्जी की मांग के जवाब में मंत्री ने कहा कि सरकार इन दोनों नवसृजित प्रखंडों में बीईईओ की नियुक्ति और स्थायी बीआरसी की स्थापना को लेकर गंभीर है। अनुमोदन मिलते ही नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।
यह मुद्दा क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण है। विधायक ने सरकार से शीघ्र नियुक्ति और स्थायी केंद्र की स्थापना की मांग की है।