



तीन दिनों से लापता सुबोध का मिला शव

हत्या का आरोप, पुलिस ने जांच शुरू की
डीजे न्यूज, गोविंदपुर(धनबाद):गोविंदपुर थाना क्षेत्र के कालाडीह पुलिया के नीचे गुरुवार को हार्डकोक भट्ठा के लोडर सुबोध कुमार सिन्हा (45 वर्ष) का शव मिलने से सनसनी फैल गई। वह तीन दिनों से गायब था। ग्रामीणों की सूचना पर गोविंदपुर पुलिस इंस्पेक्टर विष्णु प्रसाद राउत अपने सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेजा।
पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर ब्लैक डायमंड हार्डकोक भट्ठा के गेट पर बैठ गए और 50 लाख मुआवजा मांगने लगे। बाद में 5 लाख मुआवजा पर सहमति बनी। इसके बाद परिजन शव अंतिम संस्कार के लिए ले गए। परिजनों का कहना था कि उनकी हत्या हुई है। वह झरिया थाना क्षेत्र के भगतडीह परसाटांड़ निवासी थे । मृतक के परिवार में पत्नी बबीता देवी तथा दो बेटियां ईशा कुमारी 18 वर्ष और कशिश 17 वर्ष शामिल है। कोयला सप्लायर युगल किशोर अग्रवाल के लिए सुबोध विभिन्न हार्डकोक भट्ठा मे ट्रक लोडिंग करवाते थे। परिजनों के अनुसार सुबोध 22 दिसंबर की सुबह करीब 7 बजे अपने घर से निकले थे। वह गोविंदपुर थाना क्षेत्र के कालाडीह स्थित ब्लैक डायमंड हार्ड कोक भट्ठा में ट्रक लोडिंग कराने गए थे। लोडिंग कार्य समाप्त होने के बाद शाम करीब 5 बजे वह गाड़ी के कागजात देने की बात कहकर भट्ठा परिसर से बाहर निकले। बताया गया कि भट्ठा से कुछ ही दूरी पर स्थित एक साइबर कैफे में वह वे-बिल का प्रिंटआउट निकालने गए थे। इसी दौरान शाम लगभग 5:30 बजे उनकी पत्नी बबीता देवी से अंतिम बार मोबाइल पर बातचीत हुई। इसके बाद उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया। देर रात तक घर न लौटने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इस संबंध में पत्नी द्वारा गोविंदपुर थाना में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। मृतक के भाई प्रमोद कुमार सिन्हा ने हत्या की आशंका प्रकट की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बिसरा रिजर्व रखा गया है। उनका बायां पैर टूटा हुआ था। सर में चोट के निशान थे। बताया जाता है कि वह बहुत दिनों से ट्रांसपोर्टर युगल किशोर अग्रवाल के लिए विभिन्न भट्ठा में लोडिंग का काम करते थे। ब्लैक डायमंड हार्डकोक भट्ठा के मालिक रामेश्वर अग्रवाल ने परिजनों को कहा कि सुबोध सिन्हा उनके कर्मचारी नहीं थे । वह ट्रांसपोर्टर के लिए विभिन्न भट्ठा में लोडिंग का काम करवाते थे । इसके बाद भी मृतक के प्रति सहानुभूति स्वरूप पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
इस संबंध में पुलिस इंस्पेक्टर विष्णु प्रसाद राउत ने बताया कि परिजनों द्वारा आवेदन दिए जाने के बाद पुलिस इस मामले में अगली कार्रवाई करेगी।



