राष्ट्रीय क्रिटिकल मिनरल और डिजिटल माइनिंग सुविधाओं का उद्घाटन आर्थिक विकास में खनन क्षेत्र की भूमिका अहम: कोयला मंत्री

Advertisements

राष्ट्रीय क्रिटिकल मिनरल और डिजिटल माइनिंग सुविधाओं का उद्घाटन

आर्थिक विकास में खनन क्षेत्र की भूमिका अहम: कोयला मंत्री

डीजे न्यूज, धनबाद: केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने मंगलवार को आईआईटी (आईएसएम) धनबाद का दौरा कर क्रिटिकल मिनरल, डिजिटल माइनिंग और खनन सुरक्षा से जुड़ी कई राष्ट्रीय महत्व की पहलों का उद्घाटन किया।

टेक्समिन में मंत्री ने नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन के तहत सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन किया। इसका उद्देश्य स्वदेशी स्तर पर क्रिटिकल मिनरल की खोज, प्रसंस्करण और टिकाऊ उपयोग की क्षमता को मजबूत करना है, जो स्वच्छ ऊर्जा, उन्नत विनिर्माण और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी हैं। इस दौरान टेक्नोलॉजी ट्रांसलेशन एंड रिसर्च प्लेटफॉर्म के तहत डिजिटल माइनिंग और क्रिटिकल मिनरल से जुड़े कार्यों की भी समीक्षा की गई, जिसमें ऑटोमेशन, एनालिटिक्स और माइन डिजिटाइजेशन पर हो रहे शोध और उसके उपयोग पर चर्चा हुई।

कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण माइनिंग इंजीनियरिंग विभाग में वर्चुअल रियलिटी माइन सिम्युलेटर का उद्घाटन रहा। आईआईटी (आईएसएम) धनबाद द्वारा कोल इंडिया लिमिटेड और उसकी अनुषंगी इकाइयों एनसीएल, ईसीएल और सीएमपीडीआईएल के सहयोग से विकसित यह 360 डिग्री प्रशिक्षण सुविधा भूमिगत और ओपनकास्ट खनन में सुरक्षा, कौशल और उत्पादकता बढ़ाने में सहायक है। इसमें झरिया क्षेत्र की अंडरग्राउंड खान और निगाही ओपनकास्ट माइन के संचालन का वर्चुअल प्रदर्शन किया गया है।

पेनमैन ऑडिटोरियम में आयोजित व्याख्यान में मंत्री ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन चुका है और वैश्विक स्तर पर चौथे स्थान पर है। उन्होंने आर्थिक विकास में खनन क्षेत्र की भूमिका पर जोर देते हुए पर्यावरण संतुलन के साथ तकनीक आधारित बदलाव, डिजिटलाइजेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रियल टाइम मॉनिटरिंग और ऑटोमेशन को अपनाने की जरूरत बताई। साथ ही स्वदेशी नवाचार, क्लीन कोल टेक्नोलॉजी, कार्बन न्यूट्रल माइंस और क्रिटिकल मिनरल पर उन्नत शोध के लिए अकादमिक जगत, उद्योग और सरकार के बीच सहयोग पर बल दिया।

इस अवसर पर कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन बी. साईराम भी मौजूद रहे। आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने स्वागत भाषण में संस्थान की सतत खनन, क्रिटिकल मिनरल शोध और जियो-एनर्जी नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उप निदेशक प्रो. धीरज कुमार भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

Social media & sharing icons powered by UltimatelySocial
Scroll to Top