सुभाष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में नागरिकता व मताधिकार को लेकर एसआईआर पर मंथन

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सुभाष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में नागरिकता व मताधिकार को लेकर एसआईआर पर मंथन

डीजे न्यूज, गिरिडीह : सुभाष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, गिरिडीह में मंगलवार को एसआईआर (Special Intensive Revision) विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मताधिकार, नागरिकता की शुद्धता तथा निर्वाचन प्रक्रिया में सुधार जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनुज कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि वोट का अधिकार मौलिक अधिकार है या नहीं, इस पर लंबे समय से बहस होती रही है। उन्होंने बताया कि भारत के चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के मार्गदर्शन में इस वर्ष देश के 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य भारतीय नागरिकता से जुड़े विवादों को स्पष्ट करना है।

पलायन और फर्जी वोटर आईडी पर नियंत्रण के लिए जरूरी है एसआईआर

मौके पर महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी प्रो. कौशल राज ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में एसआईआर की आवश्यकता काफी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि देश में अन्य राज्यों और विदेशों से हो रहे व्यापक पलायन के कारण नागरिकता और वोटर सूची में कई तरह की अनियमितताएं सामने आ रही हैं। एसआईआर कार्यक्रम के माध्यम से वोटर कार्ड में मौजूद त्रुटियों और अवैध रूप से बनाए गए पहचान पत्रों में सुधार संभव है।

परिचर्चा में प्रशिक्षणार्थियों ने भी सक्रिय रूप से भाग लेते हुए अपने विचार साझा किए और कार्यक्रम को सफल बनाया। इस अवसर पर प्रो. राजकिशोर प्रसाद, प्रो. धर्मेंद्र मंडल, प्रो. पोरस कुमार, प्रो. बृजमोहन कुमार, प्रो. संदीप चौधरी, प्रो. सोमा सूत्रधर सहित राजेश, मिंकल, पूजा, प्रियेश आदि ने पूर्ण सहभागिता दी।

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