



पंचायत फंड बंद होने से ठप पड़े विकास कार्य

पूर्वी टुंडी के लटानी सचिवालय में सुधार के बावजूद योजनाओं पर ब्रेक
डीजे न्यूज, पूर्वी टुंडी,धनबाद :- लटानी पंचायत सचिवालय, जो वर्षों तक पूर्वी टुंडी थाना के कब्जे में था, अब रंग-रोगन और सफाई-सज्जा के बाद पूरी तरह नये रूप में नजर आ रहा है। पंचायत भवन अपने अस्तित्व में लौट आया है, लेकिन विडंबना यह है कि पंचायतों को फंड नहीं मिलने से अधिकांश विकास कार्य पूरी तरह ठप पड़े हैं।
लटानी पंचायत के मुखिया मो. ऐनुल हक ने बताया कि झारखंड में वित्त आयोग की राशि बंद होने से पंचायत स्तर पर सड़क मरम्मत, नाली निर्माण, स्ट्रीट लाइट लगाने जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाएं अधर में लटकी हुई हैं। उन्होंने कहा कि 18 महीनों से फंड नहीं मिलने के कारण ग्रामीण विकास की गति रुक गई है, जिससे आमजन में नाराज़गी बढ़ रही है।
अन्य पंचायत प्रतिनिधियों का भी कहना है कि फंड की कमी के कारण न तो पुराने कार्य पूर्ण हो पा रहे हैं और न ही नई योजनाओं की शुरुआत हो रही है। इसका सीधा असर ग्रामीण जीवन और गरीब परिवारों पर पड़ रहा है। मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जनता पंचायत प्रतिनिधियों से सवाल पूछ रही है, जबकि प्रतिनिधि स्वयं भी असहाय महसूस कर रहे हैं। मैरानवाटांड़ पंचायत की मुखिया खमा मोदक ने सरकार से 15वें वित्त आयोग की राशि अविलंब जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीनों से पूरे प्रखंड का विकास थम गया है और आम जनता परेशान है। उनका कहना है कि “गांव मजबूत होंगे तभी प्रखंड, जिला और राज्य मजबूत हो पाएंगे। सरकार को जल्द फैसला लेकर राशि आवंटित करनी चाहिए।” फंड की कमी से पूर्वी टुंडी क्षेत्र में विकास की रफ्तार पूरी तरह थम गई है, जबकि पंचायतों का कहना है कि फंड जारी होते ही लंबित योजनाओं को तुरंत गति दी जाएगी।
