



कतरास में जाम की समस्या से जल्द मिलेगी निजात

राजगंज-चास मुख्य मार्ग पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाने की प्रक्रिया शुरू
कतरास गौशाला पुल और सोनारडीह में रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण जल्द
डीजे न्यूज, कतरास(धनबाद):कतरास गौशाला पुल तथा चास – राजगंज मुख्य मार्ग पर सोनारडीह में लगने वाली जाम की समस्या से लोगों को जल्द निजात मिलेगी। इन दोनों जगहों पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाने की विभागीय प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उक्त दोनों जगहों पर फाटक बंद रहने और ओवर ब्रिज नहीं होने रहने से लोगों को घंटों जाम में फंसा रहना पड़ता है। आमजनों की समस्याओं को देखते हुए बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था। इसके बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के महाप्रबंधक (तकनीकी) बिजय कुमार ने पथ निर्माण विभाग झारखंड के अपर सचिव को पत्र प्रेषित किया है। पत्र में उक्त दोनों स्थानों पर रेलवे ओवर ब्रीज का निर्माण हेतु पुनः डीपीआर तैयार करने की जानकारी दी गई है। पत्र में डीपीआर फाइनल होने के उपरांत संवदेक का चयन कर निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारम्भ करने का जिक्र किया गया है।
विधायक शत्रुघ्न के सवाल
बाघमारा विधायक शत्रुघ्न महतो ने विधानसभा में उक्त मामले को उठाते हुए कहा था कि बाघमारा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत एन0एच0-18 ए का राजगंज-चास खण्ड अतिव्यस्ततम मार्ग है जिस पर प्रतिदिन हजारो की संख्या में वाहन का आवागमन होता है। उक्त मार्ग पर अवस्थित सोनारडीह एवं लिलोरी स्थान रेलवे कॉसिंग होने के कारण भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। लिलोरी स्थान एवं सोनारडीह रेलवे क्रासिंग पर फ्लाई ओवर का निर्माण किये जाने से इस संकट से निजात मिल सकता है। उन्होंने सदन के माध्यम से सरकार से मांग किया था कि लिलोरी स्थान व सोनारडीह रेलवे क्रासिंग पर फ्लाई ओवर का निर्माण कराई जाये।
विभाग का जवाब
भाराराप्रा के जीएम ने पत्र में उल्लेख किया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-32 (पुराना), एनएच-80 (नया) राजगंज-चास, भाराराप्रा, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधीन है।
राष्ट्रीय राजमार्ग-32 (पुराना), एनएच-80 (नया) के गोविन्दपुर (राजगंज) से चास (बंगाल बोर्डर) तक के किमी 0.000 से किमी 56.889 तक के कुल 56. 889 किमी के चारलेन बनाने साथ ही किमी 6.938 एवं किमी 11.500 पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाने का प्रावधान डी०पी०आर० के अनुसार प्रस्तावित था। जिसके अनुसार संवेदक को चारलेन सड़क निर्माण करने हेतु करार किया गया था तथा संवेदक द्वारा चारलेन सड़क निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया। परंतु नीचे दिये गये कारणों से उक्त पथ में किमी 6.938 एवं किमी 11.500 पर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण नहीं किया जा सका।
कारण
चास – राजगंज मुख्य मार्ग में सोनारडीह रेलवे फाटक (कि0मी 11+500) को अग्नि क्षेत्र (फायर जोन), कोर्ट केस एवं भूमि अधिग्रहण की समस्या के कारण रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण नहीं हो पाया।
कतरास गौशाला पुल के सामने रेलवे फाटक एवं लिलोरी (कि०मी० 6+938) पर प्रस्तावित रेलवे ओवर ब्रीज तकनीकी कारणो से यथा रेलवे ओवर ब्रिज (रब) के नजदीक होने के कारण विलुप्त (दे-स्कोप) किया गया है।
उक्त दोनों स्थानों पर रेलवे ओवर ब्रीज का निर्माण हेतु पुनः डी०पी०आर तैयार किया जा रहा है। डी०पी०आर फाइनल होने के उपरांत संवदेक का चयन कर निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारम्भ कर दी जायेगी।
