



योनो एप सक्रिय करने के नाम पर मांगते थे ओटीपी, मिलते ही कर देते थे एकाउंट खाली

जामताड़ा से दो साइबर ठग गिरफ्तार, मोबाइल–सिम सहित कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद
डीजे न्यूज, जामताड़ा : साइबर अपराध के गढ़ माने जाने वाले जामताड़ा में साइबर ठगों पर नकेल कसने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। गुप्त सूचना के आधार पर की गई त्वरित कार्रवाई में पुलिस ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है।
पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पु०नि०-सह-थाना प्रभारी मनोज कुमार महतो, साईबर अपराध थाना, जामताड़ा के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम में पु०नि० नितिश कुमार, पु०नि० वैभव सिंह, पु०अ०नि० हीरालाल महतो, पु०अ०नि० बिनोद सिंह एवं अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम ने जामताड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम शहरपुरा के पश्चिम स्थित पलाश के झाड़ मैदान में छापामारी कर साइबर अपराधियों पर शिकंजा कस दिया।
कार्रवाई के दौरान साइबर ठगी को अंजाम दे रहे दो अपराधियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार है —
1️⃣ मो० रियाज़ अंसारी, उम्र 25 वर्ष, पिता मो० कयूम अंसारी, ग्राम ताराबहाल, थाना करमाटांड़
2️⃣ जाकिर अंसारी, उम्र 23 वर्ष, पिता मसूद अंसारी, ग्राम चिरूडीह, थाना नारायणपुर
दोनों आरोपियों के पास से कुल 05 मोबाइल फोन एवं 05 सिम कार्ड बरामद किए गए।
गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध जामताड़ा साइबर अपराध थाना कांड संख्या 70/25 दिनांक 27.11.2025 दर्ज कर Β.Ν.Σ 2023, आईटी एक्ट और टेलीकम्युनिकेशन एक्ट 2023 की विभिन्न धाराओं में कार्रवाई की गई है। आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है।
ठगी का तरीका (अपराध शैली)
⮞ YONO बैंकिंग फ्रॉड
पीड़ितों को फोन कर YONO ऐप सक्रिय करने के नाम पर उन्हें व्हाट्सऐप/स्क्रीन शेयरिंग ऐप के माध्यम से स्क्रीन साझा करने के लिए कहते थे। OTP प्राप्त होते ही YONO यूजर आईडी और पासवर्ड बदलकर नेट बैंकिंग से पैसे उड़ा लेते थे।
⮞ Comparify App Cashback फ्रॉड
आरोपी पीड़ितों को 1,099 रुपये का कैशबैक मैसेज भेजते थे और जैसे ही ग्राहक उसे Accept करता, राशि उनके Comparify ऐप में ट्रांसफर हो जाती। फिर वे उस राशि से गिफ्ट कार्ड खरीदकर कमीशन पर बेच देते थे।
अपराधिक इतिहास भी खंगाला गया
प्राथमिकी अभियुक्त मो० रियाज़ अंसारी पूर्व में भी साइबर अपराध में शामिल पाया गया है। वह साइबर थाना कांड संख्या 47/18 दिनांक 29.10.2018 में धारा 414/419/420/467/468/471/120(B) भा०द०वि० एवं आईटी एक्ट के तहत आरोप-पत्रित हो चुका है।
अन्य राज्यों में भी फैला हुआ था नेटवर्क
पुलिस जांच से पता चला है कि ये साइबर अपराधी जामताड़ा के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में भी सक्रिय रूप से ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे।
जामताड़ा पुलिस ने साफ किया है कि साइबर अपराधियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा और ऐसे अपराध में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
