नगाड़ों की गूंज, झांझ की थाप और लोकगीतों की लय में झूमा गिरिडीह

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नगाड़ों की गूंज, झांझ की थाप और लोकगीतों की लय में झूमा गिरिडीह

उपायुक्त रामनिवास यादव ने झारखंड स्थापना दिवस रजत जयंती की दी रंगीन शुरुआत

डीजे न्यूज, गिरिडीह : गिरिडीह के टॉवर चौक से लेकर कालीबाड़ी चौक तक आज सुबह का नज़ारा बिल्कुल अलग था। ढोल, नगाड़ा, झांझ की थाप और पारंपरिक गीतों की गूंज से पूरा इलाका झारखंडी रंग में रंग गया। झारखंड स्थापना दिवस 2025 (रजत जयंती वर्ष) पर जब उपायुक्त रामनिवास यादव ने खुद ढोल बजाकर कार्यक्रम की शुरुआत की, तो माहौल तालियों और उत्साह से गूंज उठा।

झारखंड की रजत जयंती पर आयोजित इस स्ट्रीट डांस शो में पारंपरिक लोकनृत्यों और झारखंडी संस्कृति की झलक ने लोगों का दिल जीत लिया। उपायुक्त रामनिवास यादव, उप विकास आयुक्त, सदर अनुमंडल पदाधिकारी समेत जिला के कई वरीय अधिकारी भी ढोल-नगाड़ों की थाप पर झूमते नजर आए। पारंपरिक पोशाक में सजे कलाकारों ने जब जनजातीय नृत्य पेश किया, तो पूरा शहर मानो झारखंड की असली पहचान में डूब गया।
सड़क किनारे खड़े लोगों, विद्यार्थियों और स्थानीय नागरिकों ने भी कलाकारों की प्रस्तुति पर जमकर तालियां बजाईं। किसी ने मोबाइल में वीडियो बनाया, तो कोई पूरे जोश से “जय झारखंड” के नारे लगाता रहा।
मौके पर उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा कि यह उत्सव झारखंड की विकास यात्रा और जनभागीदारी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि “सरकार की योजनाओं की जानकारी हर नागरिक तक पहुंचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। जागरूकता ही सशक्त समाज की असली ताकत है।”

कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने बताया कि स्थापना दिवस के मौके पर “जागरूकता रथ” निकाला जा रहा है, जिसमें सरकार की प्रमुख योजनाओं जैसे अबुआ आवास योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, पेंशन योजनाएं और कृषि योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। यह रथ 11 से 29 नवंबर तक जिले के विभिन्न इलाकों में पहुंचेगा और लोगों को नाटक, गीत और ऑडियो संदेशों के जरिये जागरूक करेगा।
नगाड़ों की गूंज, झांझ की थाप और लोकगीतों की लय में गिरिडीह का माहौल झारखंडी जोश से भर गया। हर चेहरे पर गर्व और हर कदम पर नृत्य की झंकार थी, जैसे पूरा गिरिडीह झारखंड की रजत जयंती में एक साथ झूम रहा हो।

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