बच्चों के निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा व यूजीसी, आईटीआई के स्थापना के श्रेय मौलाना अबुल कलाम आजाद को मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर राजकीय मध्य विद्यालय हुसैनाबाद में विशेष आयोजन

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बच्चों के निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा व यूजीसी, आईटीआई के स्थापना के श्रेय मौलाना अबुल कलाम आजाद को

मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती पर राजकीय मध्य विद्यालय हुसैनाबाद में विशेष आयोजन
डीजे न्यूज, हुसैनाबाद, पलामू : राजकीय मध्य विद्यालय हुसैनाबाद के परिसर में मंगलवार को आयोजित नियमित प्रार्थना, राष्ट्रगान, संविधान की प्रस्तावना और विद्यालय पट्ट पर उल्लेखित सामान्य ज्ञान के पुनरावृत्ति के बाद विद्यालय की शिक्षिका रश्मि प्रकाश द्वारा जेसीईआरटी द्वारा प्रेषित न्यूज+क्विज को पढ़कर सामान्य व सहज भाषा में बिंदुवार चर्चा की गई।
इसके बाद शिक्षक राजेश कुमार गुप्ता द्वारा बताया गया कि आज स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती है। उनका जन्म 11 नवंबर 1888 को हुआ था। वे कवि, लेखक, पत्रकार और फ्रीडम फाईटर थे। महात्मा गांधी के सिद्धांतों के कट्टर समर्थक थे और खिलाफत आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1923 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे कम उम्र के प्रेसिडेंट थे।
विस्तार से उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि उनकी जयंती “राष्ट्रीय शिक्षा दिवस” के रूप में मनाया जाता है। वे हिन्दू मुस्लिम एकता के लिए कार्य किए और देश के विभाजन के विरोधी थे। 1940-45 में भी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। 06-14 वर्ष के सभी आयु के बच्चों के निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा की सोच इनकी थी। यूजीसी, आईटीआई के स्थापना के श्रेय इन्हीं का है।
आज उनके पदचिन्हों पर चलने की जरुरत है तभी उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। प्रार्थना सत्र में शिक्षक राजेश कुमार गुप्ता, राजेश कुमार सिंहा, पूनम कुमारी, रश्मि प्रकाश व बीएड प्रशिक्षु शिक्षक उपस्थित थे।

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