



स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण देने की दिशा में कदम उठाने का निर्देश

डीजे न्यूज, धनबाद: नगर आयुक्त रवि राज शर्मा की अध्यक्षता में गुरुवार को राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत शहर स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक हुई।
बैठक में बीसीसीएल, आईआईटी (आईएसएम) धनबाद, बीआईटी सिंदरी, सड़क निर्माण विभाग, एसडीएम ऑफिस, स्वास्थ्य विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सहित कई विभागों एवं संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
बैठक की शुरुआत पिछली समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों एवं विभिन्न विभागों द्वारा की गई प्रगति की समीक्षा से हुई।
बीसीसीएल द्वारा अपने चल रहे कार्यों — कैनन स्प्रिंकलर की खरीद, मैकेनिकल स्वीपर की तैनाती एवं पौधारोपण आदि की जानकारी दी गई।
नगर आयुक्त ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बीसीसीएल को केवल खान क्षेत्रों तक सीमित न रहकर अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में भी अपने नियंत्रणात्मक कार्य बढ़ाने होंगे। बीसीसीएल को निर्देशित किया गया कि वे स्प्रिंकलिंग एवं स्वीपिंग की दैनिक लॉग बुक नगर निगम के साथ साझा करें और सभी वाहनों के प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र प्रस्तुत करें। बीसीसीएल अधिकारियों ने इस दिशा में सहयोग करने का आश्वासन दिया एवं आगामी दिनों में मियावाकी शैली में पौधारोपण अभियान चलाने की सहमति दी।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिया गया कि वे अमान्य डीज़ल जनरेटर सेटों एवं कोल फैक्ट्रियों में कोयले के अनियंत्रित जलाने जाने की नियमित जांच करें एवं प्रदूषण नियंत्रण सुनिश्चित करें।
धूल नियंत्रण को लेकर सड़क निर्माण विभाग को सभी टूटी/ गड्ढा युक्त सड़कों की मरम्मत एवं शीघ्र कराने के निर्देश दिए गए। निगम द्वारा हाल के दिनों में कई प्रमुख सड़कों पर एंड-टू-एंड पेवमेंट कार्य कराया जा रहा है, जो इस दिशा में एक ठोस कदम है।
बैठक में यह भी पाया गया कि कुछ प्रदूषण जांच केन्द्रों द्वारा अनियमितताएँ बरती जा रही हैं। इस पर जिला परिवहन विभाग को निर्देश दिया गया कि वे इन केन्द्रों की नियमित जांच करें तथा हर माह “अयोग्य वाहनों की संख्या” की रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बीआईटी सिंदरी के शिक्षाविदों एवं वन विभाग के सहायक वन संरक्षक द्वारा भी उपयोगी सुझाव दिए गए। उन्होंने स्रोत पर प्रदूषण नियंत्रण, पौधों की उपयुक्त प्रजातियों के चयन, घरेलू कोयला दहन पर रोक एवं वैकल्पिक ईंधनों के उपयोग पर बल दिया।
बैठक का प्रमुख आकर्षण आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुरेश पंडियन द्वारा प्रस्तुत एक शोध अध्ययन रहा, जिसमें झरिया क्षेत्र में वायु गुणवत्ता से संबंधित अध्ययन एवं अन्य भारतीय शहरों से तुलनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत किया गया।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य प्रभावों एवं संभावित स्वास्थ्य हस्तक्षेपों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
नगर आयुक्त ने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे समन्वित रूप से कार्य करें और नागरिकों को स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण प्रदान करने की दिशा में ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करें।
