

धनबाद प्रधान डाकघर में चार साल से खाली है वरिष्ठ डाकपाल का पद
कार्यकुशलता पर असर, पुनर्बहाली की मांग तेज
निदेशालय आदेश की समीक्षा और पद पुनःस्थापना की उठी मांग, कहा-सेवा गुणवत्ता से जुड़ा है प्रश्न
डीजे न्यूज, धनबाद : झारखंड परिमंडल के सबसे व्यस्त और राजस्व-सृजन करने वाले डाकघरों में शुमार धनबाद प्रधान डाकघर में वरिष्ठ डाकपाल (Senior Postmaster)का पद पिछले चार वर्षों से रिक्त है। निदेशालय के दिनांक 18 अक्टूबर 2021 के आदेश संख्या Q-13/6/2021-PE-I-DoP के तहत इस पद को अधीक्षक, देवघर प्रभाग के रूप में पुनः विनियोजित कर दिया गया था। अब स्थानीय स्तर पर इस पद को पुनः बहाल करने की मांग तेज हो गई है। जनप्रतिनिधियों और डाक कर्मियों का कहना है कि पद के अभाव में कार्यकुशलता, पर्यवेक्षण और सेवा गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार, धनबाद प्रधान डाकघर झारखंड परिमंडल का प्रमुख केंद्र है, जहां प्रतिदिन भारी मात्रा में डाक, वित्तीय और व्यावसायिक कार्य होते हैं। वरिष्ठ डाकपाल का पद हटाए जाने के बाद से प्रबंधन और संचालन संबंधी निर्णयों में देरी हो रही है। मौजूदा प्रबंधकीय स्टाफ पर अतिरिक्त कार्यभार बढ़ने से कार्यकुशलता पर असर पड़ा है।
कर्मचारियों ने बताया कि यह डाकघर न केवल धनबाद जिले बल्कि आस-पास के क्षेत्रों के लिए भी मुख्य केंद्र है। इसलिए, वरिष्ठ स्तर के अधिकारी की अनुपस्थिति कार्यालय की कार्यप्रणाली और सेवा गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है।
धनबाद के डाककर्मियों और स्थानीय नागरिकों ने निदेशालय से निवेदन किया है कि आदेश संख्या Q-13/6/2021-PE-I-DoP, दिनांक 18.10.2021 की समीक्षा कर वरिष्ठ डाकपाल का पद धनबाद प्रधान डाकघर में पुनः बहाल किया जाए। उनका कहना है कि यह केवल प्रशासनिक पद नहीं, बल्कि पूरे तंत्र की कार्यकुशलता और जनता की सेवा गुणवत्ता से जुड़ा मामला है। स्थानीय लोगों का यह भी मानना है कि इस पद की पुनः स्थापना से न केवल कार्यालयीन निगरानी मजबूत होगी बल्कि झारखंड परिमंडल के राजस्व और सेवा स्तर में भी सकारात्मक सुधार आएगा।
