लोद‌ना में याद किए गए शहीद-ए-आजम भगत सिंह

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लोद‌ना में याद किए गए शहीद-ए-आजम भगत सिंह
डीजे न्यूज, तिसरा(धनबाद): यमुना सहाय स्मृति भवन लोदना में रविवार को शहीद ए आजम भगत सिंह की जयंती मनाई ग ई। बीसीकेयू के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में भगत सिंह की जीवनी पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। वक्ताओं ने कहा कि भगत सिंह 13 साल की उम्र से ही ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आवाज बुलंद करने लगे थे। जलियांवाला बाग नरसंहार की घटना ने उनकी आत्मा को झकझोर दिया। उनका मकसद सिर्फ अंग्रेजों को देश से भागकर आजाद होना नहीं था बल्कि एक इंसान दूसरे इंसान पर शोषण न करने की सोच भी थी। उन्होंने छात्र नौजवानों को गोलबंद करने के लिए 1925 में नौजवान सभा का गठन किया और फिर हिंदुस्तान रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य बने। साइमन कमीशन के खिलाफ  लाला लाजपत राय के नेतृत्व में उन्होंने इस बिल का विरोध किया। इस आंदोलन में पुलिस के द्वारा लाठी चार्ज में लाला लाज पत राय की मृत्यु को भगत सिंह और उनके साथी राष्ट्रीय अपमान के रूप में लेते हैं और सांडर्स को गोली मार कर उनका बदला लेते हैं । असेंबली में बम फेंक कर गिरफ्तारी देते हैं। जेल के अंदर भी उन्होंने आंदोलन शुरू किया
कार्यक्रम में केंद्रीय उपाध्यक्ष सुरेश प्रसाद गुप्ता, हरे कृष्णा,  यदू दलित शोषण मुक्ति मंच के शिवबालाक पासवान, पासवान क्षेत्रीय संगठन मंत्री सुरेंद्र पासवान, क्षेत्रीय सचिव मनोज पासवान, मधुसूदन बनर्जी, सुरेश भैया, देवनंदन पासवान, जयद्रथ पासवान, अजीत बाउरी, पंकज कुमार शाह, चंदन पासवान , भोला पासवान आदि उपस्थित थे।

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