

संघ शताब्दी वर्ष पर बाघमारा नगर में स्वयंसेवकों का पथ संचलन
डीजे न्यूज, कतरास(धनबाद): शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बाघमारा नगर के स्वयंसेवकों ने संघ शताब्दी वर्ष पर शस्त्र पूजन और अनुशासित एवं भव्य पथ संचलन का आयोजन किया। पथ संचलन में नगर के स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में अनुशासनपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत हरिणा कॉलोनी दुर्गा मंदिर से हुई। यह पथ संचलन हरिणा कॉलोनी, हरिणा बाजार होते हुए डुमरा मोड़ से गुजरता हुआ सरस्वती शिशु मंदिर, बाघमारा पहुँचा।
विभाग कार्यवाह धीरेंद्र जी ने कहा कि हम सबके लिए यह गौरव और सौभाग्य का विषय है कि आज हम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के साक्षी बन रहे हैं। बीते 100 वर्षों की इस यात्रा में संघ ने राष्ट्र निर्माण, समाज जागरण और सांस्कृतिक पुनर्जागरण के क्षेत्र में जो कार्य किए हैं, वह अद्वितीय और प्रेरणादायी हैं।
शताब्दी वर्ष के अवसर पर संघ ने पंच परिवर्तन का संकल्प लिया है। जिसके अंतर्गत 2025 की विजयादशमी से 2026 की विजयादशमी तक प्रत्येक हिंदू परिवार तक पहुँचकर समाज जीवन में व्यापक परिवर्तन के कार्य सुनियोजित रूप से किए जाएंगे। संघ का उद्देश्य केवल संगठन खड़ा करना नहीं, बल्कि ऐसे चरित्रवान, राष्ट्रनिष्ठ और समाजसेवी स्वयंसेवक तैयार करना है, जो राष्ट्र के प्रत्येक कोने में सेवा और संस्कार का दीप प्रज्वलित करें।
आज यह अवसर है उन सभी तपस्वी स्वयंसेवकों को नमन करने का, जिन्होंने त्याग और तपश्चर्या से इस संगठन को खड़ा किया, और साथ ही आने वाले 100 वर्षों के लिए नए संकल्प लेने का। हमें संघ को और अधिक सशक्त, सेवा-प्रधान और संस्कारमय बनाना है।
शिक्षा, सेवा, स्वदेशी, पर्यावरण संरक्षण और ग्राम विकास के क्षेत्रों में स्वयंसेवकों की सक्रियता और बढ़ेगी। समाज में समरसता, स्वाभिमान और स्वावलंबन का संदेश घर-घर पहुँचेगा।
संकल्प लें कि संघ के आदर्शों और मूल्यों को आत्मसात कर राष्ट्र को परम वैभव संपन्न बनाने की दिशा में निरंतर अग्रसर रहेंगे।
पथ संचलन के दौरान समाज के लोगों ने फूल वर्षा कर और भारत माता की जय, वंदे मातरम के नारों से स्वयंसेवकों का स्वागत किया। भारी वर्षा के बावजूद स्वयंसेवकों का अनुशासन और उत्साह देखने योग्य था।
इस अवसर पर जिला संघ चालक बिशु रवानी, विनय पाण्डे, चंद्रमा प्रसाद, अशोक राय,विजय शर्मा, अशोक मिश्रा, सीता राम चौधरी, महेश सिन्हा, उत्तम पाण्डे, नंदू दुसाध, राम कुमार पाण्डे, चंद्र शेखर राय, गिरधारी खंडेलवाल, सुरेश साव, मदन मोहन, मुकेश राय आदि थे। शाखा लगाकर शस्त्र पूजन भी किया गया।
