बाल विवाह के खिलाफ झारखण्ड ग्रामीण विकास ट्रस्ट का अनोखी पहल, धार्मिक स्थलों पर लगाए जा रहे है बोर्ड

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बाल विवाह के खिलाफ झारखण्ड ग्रामीण विकास ट्रस्ट का अनोखी पहल,

धार्मिक स्थलों पर लगाए जा रहे है बोर्ड

डीजे न्यूज, कतरास(धनबाद):  धनबाद जिले में बाल विवाह की कुप्रथा को जड़ से खत्म करने के लिए एक अनूठा और प्रभावी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत बुधवार को कतरास क्षेत्र  के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर जागरूकता संदेश वाले बोर्ड लगाए जा रहे हैं, जिनमें बाल विवाह न करने का आह्वान किया गया है। यह पहल जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन नेटवर्क, प्रशासन और झारखण्ड ग्रामीण विकास ट्रस्ट  के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है। इसका उद्देश्य धार्मिक नेताओं, पुजारियों और मौलवियों की मदद से समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है।
ट्रस्ट के संस्थापक सह निदेशक शंकर रवानी ने बताया कि उनकी टीम ने जिले के लगभग 30 प्रमुख मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों और गिरजाघरों में सूचना बोर्ड लगाए है। इन बोर्डों पर स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि बाल विवाह एक कानूनी अपराध है, जिसके लिए दो साल की जेल और ₹1 लाख का जुर्माना हो सकता है।
इस पहल में राम मंदिर चिटाही, माँ नीलकंठ वासिनी लिलोरी मन्दिर कतरास, भटमुरना आदि कई महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल शामिल हैं।
यह अभियान न केवल कानूनी प्रावधानों के बारे में जानकारी दे रहा है, बल्कि समाज में यह संदेश भी फैला रहा है कि धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं में बाल विवाह का कोई स्थान नहीं है।
अभियान में ट्रस्ट के विनोद महतो, दीपा रवानी, मुमताज अंसारी, गुलनाज बानो आदि सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।

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