

अभाव-स्वभाव-प्रभाव से बचना होगा तभी अवैध खनन पर अंकुश संभव: डा. प्रमोद पाठक,
जागरूकता से ही रोक संभव: शारदा सिंह,
भूधंसान व अवैध खनन पर परिचर्चा, लोगों ने विचार व्यक्त किया
डीजे न्यूज, कतरास(धनबाद): भू धंसान व अवैध उत्खनन के तीन कारण अभाव , स्वभाव तथा प्रभाव है। इन कारणों से अपने-आप को बचाना होगा। साथ ही वैज्ञानिक व सामाजिक सहित हर दृष्टिकोण को एक साथ लेकर चलना होगा, तभी भू धंसान और अवैध उत्खनन की समस्या से निजात पाया जा सकता है। उक्त बातें आइआइटी के सेवानिवृत्त विभागाध्यक्ष प्रो डा. प्रमोद पाठक ने कहीं। वह कतरास के भारतीय क्लब में रविवार को आयोजित भू धंसान व अवैध उत्खनन के कारण व निदान परिचर्चा को संबोधित कर रहे थे। कतरास नागरिक मंच के तत्वावधान में आयोजित परिचर्चा में उन्होंने वैज्ञानिक कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सही तरीके से बालू भराई नहीं करने के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई है। कोयला खनन के बाद जितना पिलर छोडा गया था, धंधेबाज उसी को काटकर कोयला निकाल रहा है।
जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह ने कहा कि भू धंसान और अवैध उत्खनन की खबरें रोज सुनने को मिलती है। उन्होंने लोगों को जागरूक होने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि अवैध खनन स्थल के आसपास के लोगों को आगे बढ़ना होगा, हमलोग साथ हैं। तभी प्रशासन भी हरकत में आएगा। जरूरत पड़ी तो सड़क से लेकर सदन तक आन्दोलन करने के लिए तैयार है।
धनबाद बार एशोसिएशन के महासचिव जितेंद्र कुमार ने कहा कि अवैध उत्खनन पर रोक लगाने की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए कहा कि झूठे मुकादमा दर्ज होने होने पर धनबाद कोर्ट , हाईकोर्ट या सुप्रीमकोर्ट तक की लड़ाई मुफ्त में लड़ने के लिए तैयार हूं।
अध्यक्षता बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार झा ने की। संचालन प्रभात मिश्रा कर रहे थे। कार्यक्रम में उदय सिंह, एल एन भट्टाचार्य, डा रामचंद्र चौधरी, महादेव चटर्जी, रणधीर ठाकुर, शौकत खान, मो एनुअल हक, राजेंद्र प्रसाद राजा, विनय सिंह, शंकर चौहान, अनुज सिन्हा, मनोज कुमार, अर्जुन प्रसाद आदि उपस्थित थे।
