



अब अपने पंचायतों में ही आप करा सकते हैं अपना इलाज

जिन पंचायताें में स्वास्थ्य उपकेंद्र की सुविधा नहीं है, वहां केंद्र भवन का निर्माण कराएगी सरकार

तरूण कांति घोष, धनबाद : अब धनबाद जिले के विभिन्न पंचायतों में निवास करने वाले ग्रामीणों को अपने पंचायत में ही स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा। जिस पंचायत में स्वास्थ्य उपकेंद्र की सुविधा नहीं है, वहां केंद्र भवन का निर्माण कराया जाएगा। राज्य सरकार के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के निर्देश के आलोक में इस दिशा में पहल शुरू कर दी ग ई है।
प्रखंड स्तरीय समिति को स्थल चयन का जिम्मा
स्वास्थ्य उपकेन्द्र हेतु भवन के लिए स्थान चिन्हित करने के लिए राज्यस्तरीय समिति (एसएलसी) द्वारा स्वीकृति दी गई है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीओ, सीआई के ब्लॉक स्तरीय समिति द्वारा संयुक्त रूप से स्वास्थ्य उपकेन्द्र भवन हेतु स्थल का निरीक्षण कर संबंधित सिविल सर्जन को प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद संबंधित सिविल सर्जन द्वारा जिला स्तरीय समिति के समक्ष अनुमोदन हेतु उपस्थापित किया जाएगा।
तत्पश्चात उपायुक्त के अध्यक्षता वाले जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा भवन निर्माण हेतु प्रस्तावित स्थल पर अनुमोदन प्रदान किया जाएगा।
स्थल चयन
स्थल सड़क पर अवस्थित हो एवं गांव के नजदीक होना चाहिए न कि किसी सुनसान स्थान पर।
यदि उपयुक्त स्थल उपलब्ध न हो तो स्थल का अधिग्रहण किया जा सकेगा।
प्रमाण पत्र हस्तांतरित करते हुए भारत सरकार को प्रेषित किया जाएगा।
जिप के माध्यम से होगा राशि का उपयोग
15वें वित्त आयोग की अनुशंसा के आलोक में विभिन्न स्वास्थ्य संरचनाओं के नए निर्माण के लिए स्वीकृत राशि का उपयोग संबंधित जिला परिषद के माध्यम से आईपीएचएस मानकों के अनुसार किया जाएगा। अनुमोदित प्राक्कलन में प्राक्कलित विशिष्टियों एवं गुणवत्ता के अनुरूप यथा निर्धारित समय सीमा के भीतर किया जाएगा।
इस क्रम में संबंधित जिला परिषद के द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि स्वीकृत की गयी योजना का कार्यान्वयन किसी अन्य योजना से नहीं किया जा रहा है ताकि योजना के दोहरीकरण की किसी भी संभावना को समाप्त किया जा सके।
55 लाख 50 हजार लागत
पंचायतों में बनने वाले एक स्वास्थ्य उपकेंद्र की लागत 55, 50, 000( पचपन लाख पचास हजार) रुपए है।
135 पंचायतों में होगा निर्माण
धनबाद जिले के बाघमारा, बलियापुर, तोपचांची, टुंडी, धनबाद सदर, गोविंदपुर तथा निरसा प्रखंडों के 135 पंचायतों में स्वास्थ्य उपकेंद्र निर्माण किया जाएगा।
प्रखंडवार पंचायतों के नाम
बाघमारा प्रखंड
बागड़ा, बहियारडीह, बांसजोड़ा, बेहराकूदर, भीमकनाली, बौआकला उत्तर, बौआकला दक्षिण, दलुडीह, धर्माबांध, धावाचिता, डुमरा उत्तर, डुमरा दक्षिण, गोविंदाडीह, हरिणा, जमुआ, जमुआटांड, झींझीपहाड़ी, कंचनपुर, कांडरा, खरखरी, कुमारजोरी, लौहपिट्टी, मधुबन, महेशपुर, महुदा, मलकेरा दक्षिण, मांदरा, माटीगढ़ा, मोहलीडीह, मुराईडीह, नदखरकी, नगरीकला दक्षिण, पत्थरगड़िया, रघुनाथपुर, रंगुनी, सिनिडीह, तारगा, तेतुलिया-एक, तेतुलिया-दो, टुंडु पंचायत।
बलियापुर प्रखंड
चांदकुइयां, आमझर, भिखराजपुर, बलियापुर पूर्वी, प्रधानखंटा, घड़बड़, कुसमाटांड़, सुरुंगा, करमाटांड़, अलकडीहा।
तोपचांची प्रखंड
पावापुर, कोरकोट्टा, विशुनपुर, गोमो दक्षिण, गोमो उत्तर, भुइयाचितरो, चैता, गेंदनवाडीह, श्रीरामपुर, लेदाटांड़, प्रधानखंता।
टुंडी प्रखंड
कडेया, कमरडीह, कोलहर, लचुरायडीह, लुकाय, मोहलीडीह।
धनबाद सदर
सियालगुदरी, अरलगड़िया, पंडारकनाली, पेटिया, धोखरा, समशिखरा, बरडुभी सहित गोविंदपुर प्रखंड के 18 पंचायत तथा निरसा प्रखंड के 43 पंचायतों में स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण किया जाना है।
जिप संख्या 19 के सदस्य आरती देवी ने कहा कि पंचायतों में स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण ग्रामीणों के लिए संजीवनी का काम करेगी। अब ग्रामीणों को इलाज के लिए दूसरे जगह नहीं जाना पड़ेगा। जिप के माध्यम होने वाली निर्माण कार्य में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी।
