नियोजन व मुआवजा की मांग को ले शव के साथ राजगंज बिजली सब स्टेशन में धरना, पाराकर्मी बिजली मिस्त्री श्रीकांत की मौत का मामला, कार्य के दौरान करंट की चपेट में आए थे श्रीकांत, इलाज के दौरान 15 सितंबर को तोड़ा दम

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नियोजन व मुआवजा की मांग को ले शव के साथ राजगंज बिजली सब स्टेशन में धरना, पाराकर्मी बिजली मिस्त्री श्रीकांत की मौत का मामला, कार्य के दौरान करंट की चपेट में आए थे श्रीकांत, इलाज के दौरान 15 सितंबर को तोड़ा दम
डीजे न्यूज, राजगंज(धनबाद): बीते दो माह पहले करंट की चपेट में आए ब्राह्मणडीहा निवासी श्रीकांत उपाध्याय (40 वर्ष) की मौत इलाज के दौरान सोमवार को हो ग ई। मृतक
रॉयल इंटरप्राइजेज द्वारा नियुक्त बिजली विभाग के पाराकर्मी मिस्त्री थे। मृतक के आश्रित को नियोजन व मुआवजा की मांग को लेकर मंगलवार को ग्रामीणों ने परिजन को लेकर राजगंज सब स्टेशन पहुंचे और शव के साथ धरना दिया। धरना की सूचना पाकर पुलिस वहां पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे। ग्रामीण बिजली विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि मृतक की पत्नी पूजा देवी के अलावा चार बेटियां है। सबकी जिम्मेवारी उसके कंधों पर थी। अब परिजनों का भरण पोषण कौन करेगा।
घंटों बाद बिजली विभाग के अधिकारी के साथ वार्ता हुई, जिसमें पांच लाख मुआवजा, प्रति माह दस हजार रुपये मृतक की पत्नी को देने तथा दाह संस्कार के लिए 50 हजार रुपये देने पर सहमति बनी। इसके बाद धरना खत्म हुआ। मालूम हो कि घटना 29 जुलाई की है। श्रीकांत विभागीय कार्य करने के दौरान बिजली पोल पर चढ़ा था। अचानक विद्युत बहाल हो जाने के कारण वह करंट की चपेट में आ ग ए और पोल से जमीन पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। कतरास के उमाशंकर क्लिनिक में प्राथमिक उपचार के बाद बोकारो के मुस्कान हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। कुछ दिन इलाज चलने के बाद 11 अगस्त  को रांची के इएसआई अस्पताल भेज दिया गया। इएसआई अस्पताल के बाद रांची के राज अस्पताल मे भर्ती किया गया, जहाँ इलाज के दौरान श्रीकांत ने दम तोड़ दिया।

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