

हिंदी के साथ-साथ अन्य भारतीय भाषाओं के साहित्य को भी पढ़ें छात्र : प्रो. अविनाश कुमार
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में हिंदी की संभावनाएं और कार्यान्वयन विषय पर डिग्री कॉलेज टुंडी में गहन चर्चा
डीजे न्यूज, टुंडी(धनबाद) : डिग्री कॉलेज टुंडी में मंगलवार को हिंदी विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) यूनिट-1 के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी पखवाड़ा के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. इंद्रजीत कुमार ने की। संगोष्ठी का शुभारंभ महात्मा बिनोद बिहारी महतो के तैलचित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पण से हुआ।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. इंद्रजीत कुमार ने विद्यार्थियों को राजभाषा अधिनियमों की जानकारी देते हुए राजभाषा और राष्ट्रभाषा के बीच का अंतर स्पष्ट किया। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के अभियान में वे अपना योगदान दें।
वक्ताओं ने रखे विचार, छात्राओं ने किया काव्यपाठ
संगोष्ठी की बीज वक्ता डॉ. रानी सिंह ने हिंदी भाषा की संवैधानिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में हिंदी भाषा की संभावनाओं एवं हिंदी में रोजगार के विभिन्न क्षेत्रों पर प्रकाश डाला।
मुख्य वक्ता प्रो. अविनाश कुमार ने हिंदी साहित्य के इतिहास पर चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को हिंदी के साथ-साथ अन्य भारतीय भाषाओं के साहित्य को भी पढ़ने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर छात्राओं सुषाना मुर्मू, लक्ष्मी कुमारी और नीतू कुमारी ने कविता पाठ किया, जिससे कार्यक्रम और भी जीवंत हो उठा। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रीतम कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
