


तीन लोगों की मौत के बाद आंदोलन पर उतरे लोदना आठ नंबर के नागरिक,
लोदना क्षेत्रीय कार्यालय के गेट पर जड़ा ताला,
जीएम-अधिकारी कार्यालय के अंदर फंसे
श्रमिक संगठनों का मिला साथ, मुआवजा व नियोजन की है मांग, वार्ता जारी
डीजे न्यूज, तिसरा(धनबाद): लोदना 8 नंबर में बीते बुधवार की शाम बीसीसीएल के जर्जर क़्वार्टर के ढहने और उसकी चपेट में आने से तीन लोगों की हुई मौत के मामले में गुरुवार को नागरिक आंदोलन पर उतर आए। लोदना आठ नंबर के लोगों ने तीनों शवों के साथ भागा स्थित बीसीसीएल के लोदना क्षेत्रीय कार्यालय के गेट पर ताला जड़ दिया। वे मुआवजा व नियोजन की मांग कर रहे थे। मृतक के परिजनों के समर्थन में क्षेत्र के सभी ट्रेड यूनियन के नेता भी इस आंदोलन में मौजूद थे। भीड़ को काबू करने के लिए, लोदना, अलकडीहा, तिसरा, झरिया थाना की पुलिस मोर्चा संभाले रही। लोगों का कहना था कि अगर जर्जर कॉर्टरों को  प्रबंधन पहले ही ध्वस्त कर देता तो यह घटना नहीं होती। गुरुवार को भी घटनास्थल के समीप एक खाली घर दोपहर को हुई बारिश में ढह गया है।
परिजनों की चीत्कार सुनकर हर दिल रोया
घटना में 10 वर्षीय चिराग पासवान, 35 वर्षीय गोपाल मिस्त्री और 12 वर्षीय सुषमा की मौत हो ग ई थी। गुरुवार की सुबह से ही लोदना 8 नंबर के ग्रामीण व स्थानीय नेताओं का लोदना जीएम कार्यालय के समीप जुटान शुरू हो गया था। परिवार के लोग कार्यालय के मुख्य द्वार के समीप धरना पर बैठे हुए थे। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर में जैसे एम्बुलेंस पर मृतकों का शव जीएम कार्यालय के समीप पहुंचा तो भीड़ शवों को देखने के लिए एम्बुलेंस को घेर लिया। शव पहुँचने की जानकारी जैसे ही परिवार के लोगों की मिली सभी दहाड़ मार कर रोने लगे। परिजनों के चीत्कार सुन वहां मौजूद हर किसी का दिल भी रोने लगा। सुषमा और चिराग के परिजन सिर्फ एक ही बात कह रहे थे कि उनके बच्चे अंतिम बार सीने से लिपट जाएँ।

प्रदर्शन के दौरान उग्र ग्रामीणों ने जीएम कार्यालय के द्वार पर जड़ दिया था।  जिससे जीएम सहित कई अधिकारी व कर्मी कार्यालय के अंदर ही फंसे रहे। परिजन व ग्रामीण 10 लाख मुआवजा और एक आश्रित को नौकरी देने की मांग कर रहे थे। प्रबंधन के साथ कई दौर की विफल वार्ता भी हुई। समाचार लिखे जाने तक वार्ता जारी है।
