

प्रसिद्ध कवि चिराग जैन ने साहित्य, समाज सेवा और आध्यात्मिकता को एक मंच पर जोड़ा
हिंदी साहित्य विकास परिषद ट्रस्ट का 46वां स्थापना दिवस, नवल किशोर हाजरा को मिला दिलीप चंचल काव्य सम्मान, साहित्य सेवा के लिए कई हस्तियां हुईं अलंकृत
ट्रस्ट हर महीने साहित्यिक गोष्ठी आयोजित करेगा जिससे स्थानीय साहित्यकारों को प्रोत्साहन और मंच मिलेगा : संजय आनंद
संजीत तिवारी, धनबाद :
हिंदी साहित्य के उत्थान और नवोदित रचनाकारों को प्रोत्साहित करने के संकल्प के साथ हिंदी साहित्य विकास परिषद ट्रस्ट ने रविवार को शहर के न्यू टाउन हॉल में अपना 46वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम संगीतमय रामधुन पुरुषोत्तम के साथ संपन्न हुआ।
इस अवसर पर वर्ष 2025 का दिलीप चंचल काव्य सम्मान नवोदित रचनाकार नवल किशोर हाजरा को प्रदान किया गया। वहीं दिलीप चंचल सेवा सम्मान से शंकर गोयल, दीपक कनोडिया, अजय अग्रवाल, डॉ. मिहिर झा और श्रीमती अनीता अग्रवाल को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन समाजसेवी शिव बालक सिंह ने अन्य अतिथियों दिलीप गोपालका, डॉ. निर्मल डोलिया, पुष्कर डोकनिआ, दीपक कनोडिया के साथ संयुक्त रूप से किया। ट्रस्ट के अध्यक्ष व गोल संस्थान के धनबाद सेंटर निदेशक संजय आनंद और सचिव राकेश शर्मा भी इस मौके पर मौजूद रहे।
अध्यक्ष संजय आनंद ने घोषणा की कि आने वाले वर्षों में ट्रस्ट हर महीने साहित्यिक गोष्ठी आयोजित करेगा, जिससे स्थानीय साहित्यकारों को प्रोत्साहन और मंच मिलेगा। उन्होंने कहा कि हिंदी साहित्य विकास परिषद ट्रस्ट का पहला अपना भवन धनबाद में खुले, इसके लिए काम कर रहे हैं। वहीं सचिव राकेश शर्मा ने बताया कि ट्रस्ट शीघ्र ही “साहित्य ग्रंथ भाग-2” का लोकार्पण करेगा, जिसमें झारखंड और कोयलांचल के अनेक रचनाकारों की रचनाएं शामिल होंगी। इसके अलावा वर्ष 2026 से हर साल देश के दो रचनाकारों को हिंदी सेवी सम्मान स्वरूप ₹1,31,000 की राशि दी जाएगी। इसे झारखंड के साहित्यिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में चिराग जैन ने संगीतमय प्रस्तुति पुरुषोत्तम दी और भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन व मर्यादाओं का दिव्य वर्णन किया। उन्होंने कहा कि परिषद ने साहित्य, समाज सेवा और आध्यात्मिकता को एक मंच पर जोड़ने का सार्थक प्रयास किया है। इस मौके पर डॉ. सी.बी. मेहता, प्रवीण अग्रवाल, विकी कथूरिया, अनंत भरतिया, राहुल गोयल, सुधीर गोयल, विवेक रूंगटा, डॉ. राजश्री भूषण, शेखर शर्मा, कुमार मनीष सहित कई गणमान्य व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया। आयोजन को सफल बनाने में संजय आनंद, राकेश शर्मा, जयप्रकाश अग्रवाल, नीरज शर्मा, संजय तिवारी, अभिजीत सांवरिया, दिलीप गोपालका, हरीश गर्ग, दीपक कनोडिया सहित परिषद के कई पदाधिकारियों और साहित्य प्रेमियों का योगदान रहा।
