

गर्भवती को खटिया पर टांगकर पहुंचाया अस्पताल
आजादी के बाद से सड़क विहीन है देवरी प्रखंड का जेवड़ा गांव
डीजे न्यूज, देवरी(गिरिडीह) : आजादी के 78 साल बाद भी झारखंड के कई सुदूरवर्ती गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। गिरिडीह जिले के देवरी प्रखंड अंतर्गत खटोरी पंचायत के जेवड़ा गांव की एक दर्दनाक तस्वीर सामने आई है, जहां सड़क नहीं होने के कारण प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला को ग्रामीणों ने खटिया पर कंधे का सहारा देकर अस्पताल तक पहुंचाया।
देवरी प्रखंड के जेवड़ा गांव में बुनियादी सुविधा की कमी एक बार फिर बड़ी समस्या बनकर सामने आई। नरेश सोरेन की 19 वर्षीय पत्नी सलगी मुर्मू प्रसव पीड़ा से परेशान थी। गांव में सड़क नहीं होने और एंबुलेंस की सुविधा न पहुंच पाने के कारण परिजनों और ग्रामीणों ने उसे खटिया पर लिटाकर कंधों पर उठाकर मुख्य मार्ग तक पहुंचाया। वहां से महिला को तीसरी स्थित स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।
ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के बाद से अब तक इस गांव को जोड़ने वाली सड़क नहीं बन पाई है। गांव तक पहुंचने के लिए लोगों को एक नदी पार करनी पड़ती है। वर्तमान में बरसात का मौसम होने से नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है और पूरा गांव टापू में तब्दील हो गया है। ऐसे में ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि तत्कालीन उपायुक्त बंदना दादेल ने भी इस गांव का दौरा किया था और सड़क निर्माण का आश्वासन दिया था, लेकिन वर्षों बीत जाने के बावजूद अब तक सड़क निर्माण नहीं हो पाया है। ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से जल्द से जल्द गांव तक सड़क निर्माण कराने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति से बचा जा सके।
