

बिरनी में जमीन विवाद, पुलिस-प्रशासन की तत्परता से टली बड़ी घटना
डीजे न्यूज, बिरनी (गिरिडीह) :
बिरनी प्रखंड के जरीडीह निवासी युगल यादव और रामकिशोर प्रसाद, दशरथ महतो, शंकर महतो, गणेश महतो, सीताराम वर्मा, हलधर वर्मा, सूरज वर्मा, नन्दलाल वर्मा, विकास वर्मा, भवानी वर्मा, श्रीकांत वर्मा के बीच खास गरमजरुआ जमीन को लेकर शनिवार को गंभीर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रशासन और पुलिस पदाधिकारियों की तत्परता से बड़ी घटना होते-होते टल गई।
जानकारी के अनुसार, युगल यादव ने आरोप लगाया कि उक्त लोगों ने उनकी जमीन हड़पने के लिए 200–300 असामाजिक तत्वों को 60–70 बाइक, पांच बोलेरो और चार मैजिक वाहन पर हथियारों से लैस कर विवादित जमीन, मौजा बेडगरो में इकट्ठा किया। आरोप है कि चारदीवारी और मकान निर्माण का कार्य भी शुरू कर दिया गया और रोकने पर मारपीट की कोशिश की गई।
मामले की सूचना कोडरमा सांसद सह केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी को दी गई। उन्होंने घटना को गंभीरता से लेते हुए गिरिडीह उपायुक्त को निर्देश दिया। उपायुक्त के आदेश पर सीओ संदीप मधेसिया, बीडीओ फणीश्वर रजवार, और पुलिस पदाधिकारी शम्भु प्रसाद सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। प्रशासनिक वाहनों के पहुंचते ही भीड़ तितर-बितर हो गई। इस दौरान कई लोगों को हिरासत में लेकर थाना ले जाया गया। बाद में थाना प्रभारी आकाश भारद्वाज ने सत्यापन के उपरांत उन्हें पीआर बॉन्ड पर छोड़ दिया।
युगल यादव ने कहा कि यदि पुलिस-प्रशासन समय पर नहीं पहुंचता तो गंभीर घटना घट सकती थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रविवार को जरीडीह बाजार जाते समय विरोधी पक्ष ने उन्हें रास्ते में घेरकर जान मारने की धमकी दी।
दूसरी ओर, रामकिशोर वर्मा ने कहा कि जमीन उन्हीं की है और वे लोग अपने प्लॉट पर कार्य कर रहे थे। यादव परिवार बेवजह उन्हें परेशान कर रहा है। उन्होंने असामाजिक तत्व बुलाने के आरोप को निराधार बताया।
सीओ संदीप मधेसिया ने बताया कि दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने और विवादित भूमि पर किसी भी तरह का कार्य नहीं करने का निर्देश दिया गया है। थाना प्रभारी आकाश भारद्वाज ने बताया कि युगल यादव की ओर से आवेदन प्राप्त हुआ है और मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
