


मधुबन हादसे में मजदूर की मौत, मुआवजा को लेकर मुख्य गेट पर प्रदर्शन
डीजे न्यूज, पीरटांड़ (गिरिडीह) :
जैन तीर्थ नगरी मधुबन स्थित बीसपंथी कोठी में शुक्रवार को काम के दौरान घायल हुए मजदूर दिलीप बेसरा की शनिवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक का शव शाम को मधुबन लाने के बाद परिजन और ग्रामीण मुख्य गेट पर शव रखकर मुआवजा की मांग करते हुए धरना पर बैठ गए।
धरना में बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे। स्थिति को देखते हुए मौके पर पुलिस बल की तैनाती की गई। सीओ ऋषिकेश मरांडी, सीआई दसरथ हेंब्रम सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और संस्थाओं के कर्मचारी भी धरना में बैठे।
हादसा ऐसे हुआ
शुक्रवार दोपहर लगभग 1 बजे दिलीप बेसरा कोठी के मुख्य गेट पर झंडा बांध रहा था। इसी दौरान वह गिर पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वह कोठी का अस्थायी मजदूर था और एक सप्ताह पहले ही काम पर आया था। मृतक के परिवार में पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
धरना का नेतृत्व बांध मुखिया कौशल्या टुडू और पूर्व मुखिया हेमलता देवी ने किया। हेमलता देवी ने आरोप लगाया कि मधुबन जैसे विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल में बड़े-बड़े भवन तो बनाए जाते हैं, लेकिन सुरक्षा मानकों का पालन नहीं होता। उन्होंने कहा कि पहले भी गुणायतन, तेरहपंथी कोठी और शांतिसागर धाम जैसी संस्थाओं में हादसे हो चुके हैं, पर ध्यान नहीं दिया जाता।
धरना में शामिल लोग
धरना में मुखिया व पूर्व मुखिया के साथ सुरेंद्र महतो, बिरजू मरांडी, सुशांत सोरेन, गाजों महतो समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे। फिलहाल मृतक के परिजन मुआवजा की मांग को लेकर अड़े हैं और धरना जारी है।
