

सहायक आचार्य नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता पर जोर, उपायुक्त ने दिए निर्देश

गणित- विज्ञान शिक्षकों की बहाली जल्द पूरी होगी, डीआरडीए सभागार में जारी काउंसलिंग
डीजे न्यूज, गिरिडीह : जिले के सरकारी विद्यालयों में योग्य शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को तेज़ और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से उपायुक्त रामनिवास यादव ने मंगलवार को डीआरडीए सभागार में चल रही जिला स्तरीय काउंसलिंग का निरीक्षण किया। यह काउंसलिंग समग्र शिक्षा अभियान के तहत सहायक आचार्य (कक्षा 6 से 8, गणित एवं विज्ञान विषय) की नियुक्ति के लिए आयोजित की जा रही है।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों व कर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सरकार के आदेश, विज्ञापन में दिए गए मानदंड और नियुक्ति नियमावली के प्रावधानों का शत-प्रतिशत पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि बहाली प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सर्वोपरि है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क सक्रिय
उपायुक्त ने मौके पर बनाए गए हेल्प डेस्क का भी जायजा लिया, जहाँ अभ्यर्थियों की सभी प्रकार की शंकाओं का समाधान किया जा रहा है। काउंसलिंग में शामिल अभ्यर्थियों को अपने सभी मूल प्रमाण पत्रों के साथ दो-दो स्वप्रमाणित प्रतियां जमा करनी होती हैं। दस्तावेज़ दो अलग-अलग फोल्डरों में क्रमवार जमा किए जा रहे हैं, जिन पर अभ्यर्थी का नाम, अनुक्रमांक, विषय, पिता का नाम और श्रेणी स्पष्ट रूप से अंकित है।
दस्तावेज़ों के सत्यापन के दौरान यदि कोई कमी पाई जाती है, तो अभ्यर्थी को मौके पर ही सुधार का अवसर दिया जाता है। हालांकि, अंतिम निर्णय पूरी तरह प्रशासनिक मानकों के आधार पर लिया जाएगा।
पारदर्शिता और समयबद्धता पर जोर
जिला प्रशासन की ओर से नियुक्ति प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से संचालित की जा रही है। दस्तावेज़ सत्यापन के बाद चयनित अभ्यर्थियों को पदस्थापन पत्र जारी किए जाएंगे और उन्हें संबंधित विद्यालयों में भेज दिया जाएगा। उपायुक्त ने शिक्षा विभाग और चयन आयोग को समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए, ताकि जिले के विद्यालयों में जल्द से जल्द योग्य गणित और विज्ञान शिक्षक उपलब्ध कराए जा सकें।
