संसद में गूंजा कतरास के झींझीपहाड़ी के प्राचीन बुढ़ा बाबा शिव मंदिर का मुद्दा, सांसद ढुलू महतो ने किए मंदिर के संरक्षण, विकास और पर्यटन सुविधाओं से जुड़ा प्रश्न

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संसद में गूंजा कतरास के झींझीपहाड़ी के प्राचीन बुढ़ा बाबा शिव मंदिर का मुद्दा,

सांसद ढुलू महतो ने किए मंदिर के संरक्षण, विकास और पर्यटन सुविधाओं से जुड़ा प्रश्न

डीजे न्यूज, धनबाद:

लोकसभा के मानसून सत्र के दौरान धनबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद ढुलू महतो ने कतरास के झींझीपहाड़ी स्थित लगभग 1000 वर्ष पुराने प्राचीन बुढ़ा बाबा शिव मंदिर के संरक्षण, विकास और पर्यटन सुविधाओं के विस्तार से जुड़ा प्रश्न केंद्रीय संस्कृति मंत्री से पूछा।

सांसद ढुलू महतो ने कहा कि यह मंदिर न केवल धनबाद की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर है, बल्कि यहां की आस्था और विरासत का भी प्रतीक है। उन्होंने मांग की कि इस मंदिर को संरक्षित धरोहर के रूप में घोषित किया जाए, इसके ऐतिहासिक एवं स्थापत्य संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों के लिए सड़क, बैठने की जगह, शौचालय, पेयजल और दिव्यांगजन के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। साथ ही, उन्होंने इसे ‘प्रसाद’ योजना के अंतर्गत विकसित करने का आग्रह भी किया।

केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने अपने उत्तर में बताया कि वर्तमान में इस मंदिर को संरक्षित धरोहर घोषित करने या ‘प्रसाद’ योजना में शामिल करने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। मंत्री ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों के अलावा अन्य स्मारकों का संरक्षण राज्य सरकार अथवा केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में आता है। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन परियोजनाओं हेतु वित्तीय सहायता के लिए राज्य सरकार से प्रस्ताव प्राप्त होना आवश्यक है, जिसके बाद निर्धारित दिशा-निर्देशों और शर्तों के अनुसार जांच कर सहायता प्रदान की जाती है।

सांसद ढुलू महतो ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार से आग्रह किया कि इस ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण और विकास में राजनीति से ऊपर उठकर समन्वय किया जाए, ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए यह मंदिर सुरक्षित और सुसज्जित रह सके।

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