प्रारंभिक कक्षाओं में ही बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति करें विकसित : भूतनाथ रजवार
प्रारंभिक कक्षाओं में ही बच्चों में सीखने की प्रवृत्ति करें विकसित : भूतनाथ रजवार
बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान पर जिला सकूल में जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित
डीजे न्यूज, धनबाद : जिला स्कूल धनबाद में निपुण भारत मिशन, झारखंड के तहत बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान पर जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार ने कहा कि आज की कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आप शिक्षकों के सहयोग से हमारे छात्र-छात्राओं में बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान को रूचिकर तरीकों से विकसित करते हुए गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। छात्र छात्राओं के प्रारंभिक कक्षाओं से ही यदि हम उनमें सीखने की प्रवृत्ति विकसित कर देते हैं तो उनकी आगे की शिक्षा सुगम हो जायेगी।
राज्य प्रतिनिधि अरको ने पीपीटी के माध्यम से FLN के लक्ष्यों की विस्तृत जानकारी दी।
कार्यशाला में निरसा प्रखंड के रामशंकर तिवारी, धनबाद प्रखंड के हरेंद्र सिंह, टुण्डी से अनंत शक्ति, बाघमारा प्रखंड से राजीव कुमार, तोपचाची के बृजकिशोर चौबे एवं बलियापूर प्रखंड के हरिवंश सिंह ने छात्र-छात्राओं में बुनियादी भाषा एवं संख्या ज्ञान विकसित करने के लिए विभिन्न गतिविधियों की प्रस्तुति दी।
क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, बाघमारा गौतम कुमार साहू ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय के संदर्भ मे एक FLN योजना के बनाई जानी चाहिए। जिसमें विद्यालय प्रभारी,FLN प्रभारी एवं सभी वर्ग शिक्षक, हर बच्चे के अधिगम स्तर को ट्रैक करते हुए जहां जरूरत हो वहां विशेष ध्यान दें। ताकि सभी बच्चों के लिए भाषा एवं अंक ज्ञान सुलभ हो सके। इस प्रकार हम साक्षर भारत की संकल्पना को साकार करने का प्रयास कर सकते हैं।
कार्यशाला में अतिरिक्त कार्यक्रम पदाधिकारी विजय कुमार ने स्वागत उद्बोधन करते हुए कहा कि विभिन्न प्रखंडों से आए हुए आप सभी शिक्षकों के प्रयास से जिले के सभी 3 वर्ष से 9 वर्ष के आयु वर्ग के बालक बालिकाओं में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान से युक्त बनाया जा सकता है l
कार्यशाला में कार्यक्रम समन्वयन घनश्याम दुबे ने किया। कार्यशाला में सभी प्रखंडों के शिक्षक प्रतिनिधि,BRP, CRP,BEEOएवं जिला शिक्षा परियोजना कार्यालय के पदाधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।