
धनबाद में एयरपोर्ट का मुद्दा ढुलू ने प्रधानमंत्री के समक्ष मजबूती से उठाया
तोपचांची के सतकीरा में नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की रखी मांग, सांसद ने बताया भूमि, सड़क और संसाधनों से भरपूर
उड़े देश का आम नागरिक के सपने को दें पंख, सांसद दुलू महतो की प्रधानमंत्री से अपील
डीजे न्यूज, धनबाद : धनबाद के सांसद दुलू महतो ने अपनी पत्नी सावित्री देवी के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर उन्हें एक विस्तृत और भावनात्मक ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र की वर्षों पुरानी मांग हवाई अड्डा सेवा की बहाली को फिर से जीवंत करने की गुहार लगाई है। ज्ञापन में उन्होंने न केवल मौजूदा हवाई अड्डे के पुनरुद्धार की बात कही है, बल्कि तोपचांची प्रखंड के सतकीरा गांव में एक नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की स्थापना की मांग भी की है।
धनबाद कोयलांचल की राजधानी, लेकिन हवाई सेवा से वंचित
ज्ञापन में ढुलू महतो ने प्रधानमंत्री को बताया कि धनबाद को ‘भारत की कोलियरी राजधानी’ के रूप में जाना जाता है। 1980 से 1987 के बीच यह शहर पटना, कोलकाता और रांची जैसे प्रमुख शहरों से हवाई संपर्क में था। परंतु 1988 में अज्ञात कारणों से यह सेवा बंद कर दी गई, जिसके बाद से आज तक धनबाद को कोई सीधी हवाई सेवा नहीं मिली है।
सांसद दुलू महतो ने लिखा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ऐसा जिला, जिसने शिक्षा, उद्योग, विज्ञान और राजस्व के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है, आज भी हवाई संपर्क की मूलभूत सुविधा से वंचित है।
राष्ट्रीय संस्थानों से समृद्ध लेकिन सुविधाओं से वंचित
सांसद ढुलू ने कहा है कि धनबाद IIT (ISM), कोल इंडिया लिमिटेड (CIL), BCCL, DVC, BBMKU, BIT सिंदरी, CMRI, SAIL कोलियरी डिवीजन और कई अन्य राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों का घर है। सांसद ने यह भी बताया कि यहाँ पर्यटन और धार्मिक स्थलों जैसे मैथन, पंचेत, तोपचांची, कल्याणेश्वरी मंदिर, लिलोरी मंदिर, चिटाहीधाम और शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध मंदिरों के चलते पर्यटक और श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं।
उन्होंने लिखा कि “यहां से पारसनाथ जाने वाले हजारों जैन तीर्थयात्रियों के लिए भी एयरपोर्ट का होना अत्यंत आवश्यक है।”
सतकीरा गांव : नए एयरपोर्ट के लिए उपयुक्त स्थल
पत्र में सांसद ने बताया कि उन्हें चेंबर ऑफ कॉमर्स, सामाजिक संगठनों, और जैन तीर्थयात्रियों की ओर से यह जानकारी मिली कि तोपचांची तहसील के सतकीरा गाँव में पर्याप्त भूमि, सड़क संपर्क और अन्य संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से निवेदन किया कि इस स्थान को ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए प्राथमिकता दी जाए।
2008 में हुआ था यात्री प्रतीक्षालय का उद्घाटन, फिर भी सेवा ठप
सांसद ने इस बात पर भी रोष जताया कि अक्टूबर 2008 में नया टर्मिनल भवन बनने के बावजूद अब तक कोई उड़ान सेवा शुरू नहीं हो सकी। इसके अतिरिक्त, 2011 में पीपीपी मॉडल के तहत संचालन के लिए प्रस्ताव मंगाए गए थे, लेकिन कोई ठोस प्रगति नहीं हुई।
उड़े देश का आम नागरिक को साकार करने की अपील
अपने ज्ञापन में दुलू महतो ने प्रधानमंत्री से अपील की कि ‘उड़े देश का आम नागरिक’ के संकल्प को साकार करने हेतु धनबादवासियों की इस लंबे समय से उपेक्षित मांग को गंभीरता से लें। उन्होंने आग्रह किया कि मौजूदा हवाई अड्डे को शीघ्र संचालित किया जाए और साथ ही सतकीरा में नए एयरपोर्ट की दिशा में निर्णय लिया जाए। यह मांग न केवल धनबाद बल्कि झारखंड और पड़ोसी राज्यों की हवाई कनेक्टिविटी को नया आयाम दे सकती है। क्षेत्रीय विकास, रोजगार, पर्यटन और व्यापार के नए द्वार खुल सकते हैं।