
महाजाम में फंसा रहा गोविंदपुर का दोनों लेन
परेशान रहे परीक्षार्थी, कई एंबुलेंस भी फंसी रही
डीजे न्यूज, गोविंदपुर, धनबाद : गोविंदपुर में जीटी रोड का दोनों लेन बुधवार को महाजाम में फंसा रहा । महाजाम सुबह से लेकर रात तक लगा रहा । सड़क पर महाजाम में गाड़ियां रेंगता रही। इस महाजाम से सबसे ज्यादा प्रभावित झारखंड अधिविध परिषद की माध्यमिक एवं इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी प्रभावित हुए । गोविंदपुर बाजार इलाके में प्रोजेक्ट हाई स्कूल गोविंदपुर सेठ सुखीराम बालिका विद्यालय गोविंदपुर एवं प्लस टू हाई स्कूल गोविंदपुर परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं । इन केदो के अलावा उच्च विद्यालय पथोरिया नरसिंह नारायण उच्च विद्यालय बगसुमा एवं मध्य विद्यालय देवली केंद्र के परीक्षार्थी भी परेशान रहे और परीक्षा केदो तक पहुंचने में परीक्षार्थियों को भारी परेशानी हुई। सड़क जाम के कारण परीक्षार्थियों के समक्ष भागम भाग की स्थिति पैदा हो गई कई विद्यार्थी परीक्षा केंद्र में लेट से पहुंचे सड़क जाम में धनबाद से पश्चिम बंगाल की ओर जा रहे कई एंबुलेंस भी फस गए और उसे पर सवार मरीज भी परेशान रहे कौवाबांध से रतनपुर तक जीटी रोड पर करीब 12 घंटे तक महाजाम लगा रहा। इस दौरान न तो ट्रैफिक पुलिस कहीं नजर आई और न ही प्रशासन की चौकसी। महाकुंभ जा रहे और वहां से लौट रहे छोटे-बड़े दर्जनों वाहनों को गोविंदपुर ने प्रयागराज में लगने वाले महाजाम का एहसास कर दिया। दर्जन भर एंबुलेंस का भी यही हाल रहा। सायरन बजाते रहे, परंतु आगे जाने का कोई रास्ता नहीं मिला। सबसे बुरा हाल रहा मैट्रिक एवं इंटर के परीक्षार्थियों का। परीक्षार्थी जीटी रोड गोविंदपुर में लगने वाले महाजाम को ध्यान में रखकर घंटों पहले ही परीक्षा केंद्र के लिए घर से निकल गए थे। परीक्षार्थियों को गोविंदपुर जीटी रोड पर लगने वाले महाजाम की जानकारी थी, इसलिए वे समय पर परीक्षा केंद्र पहुंच सके। जिन्हें जानकारी नहीं थी, वैसे परीक्षार्थी खासा परेशान रहे। ऐसे परीक्षार्थी विलंब से केंद्र पहुंचे। गोविंदपुर में जीटी रोड पर जाम लगने का जो सिलसिला दुर्गा पूजा के बाद से शुरू हुआ है, वह थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। शुरू-शुरू में लोग इसे तात्कालिक समस्या मानकर झेलते रहे। परंतु इस समस्या का समाधान न तो जिला प्रशासन, न तो पुलिस प्रशासन और न ही ट्रैफिक विभाग ढूंढ सका। लोगों ने इसे अब अपनी नियति मान लिया है। ढाई-तीन महीने से रोज-रोज के जाम से व्यवसाय पर इसका गहरा असर पड़ा है। जीटी रोड के अधूरे सर्विस लेन एवं अधूरी बनी नाली से जितनी क्षति उद्योग-धंधों को उठानी पड़ी है, उससे भी कहीं अधिक महाजाम से अब तक हो चुकी है। व्यवसायी वर्ग इससे जहां हतप्रभ हैं, वहीं आम लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। जिला प्रशासन एवं एनएचएआई की ओर से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। इसका सही इलाज क्या है, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। लोगों की समझ में नहीं आ रहा है कि कहां और किससे इस समस्या की फरियाद करे।