
बाराडीह-मंझिलाडीह की 15 हजार आबादी को राहत की आस
बंद पड़ी पानी टंकी को चालू कराने की मांग लेकर ग्रामीणों ने उपायुक्त से लगाई गुहार
डीजे न्यूज, बिरनी (गिरिडीह) : बिरनी प्रखंड की दो पंचायतों बाराडीह और मंझिलाडीह के ग्रामीणों ने शुक्रवार को गिरिडीह उपायुक्त राम निवास यादव से मुलाकात कर बीते तीन वर्षों से बंद पड़ी बाराडीह जलापूर्ति योजना को चालू कराने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में शामिल बबलू यादव और अशोक कुशवाहा ने उपायुक्त को विस्तार से समस्याओं की जानकारी दी।
ग्रामीणों ने बताया कि करीब सात वर्ष पूर्व 11.29 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस पानी टंकी से 12 गांवों के लगभग 15 हजार लोगों को पेयजल मुहैया कराने का लक्ष्य था। लेकिन निर्माण के बाद से यह योजना कभी सुचारू रूप से नहीं चली। कभी मोटर खराब, कभी ग्लैरी पाइप में बालू भर जाना, तो कभी इंटेक वॉल्व में पानी नहीं रहना जैसी तकनीकी समस्याओं के कारण यह योजना बार-बार ठप होती रही। इसके अलावा पंप ऑपरेटरों को मानदेय नहीं मिलने की वजह से भी जलापूर्ति बाधित रही। इस समस्या को लेकर बीते वर्ष 23 फरवरी 2023 से दोनों पंचायतों के ग्रामीणों ने टंकी के बाहर अनिश्चितकालीन धरना भी शुरू किया था। धरने के 15वें दिन बीडीओ फणीश्वर रजवार, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सहायक अभियंता मोहनलाल वर्मा और कनीय अभियंता अजय रजवार ने मौके पर पहुंचकर लिखित रूप से आश्वासन दिया था कि जल्द जलापूर्ति बहाल की जाएगी। लेकिन दो माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद जलापूर्ति बहाल नहीं की गई।
ग्रामीणों की बातें गंभीरता से सुनने के बाद उपायुक्त राम निवास यादव ने उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द से जल्द बंद पड़ी जलापूर्ति योजना को दुरुस्त कर जल सेवा शुरू कराई जाएगी। उन्होंने संबंधित विभाग को निर्देश देने की बात भी कही।
ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि अब प्रशासन उनकी वर्षों पुरानी समस्या का समाधान जल्द करेगा, जिससे बाराडीह और मंझिलाडीह के हजारों लोगों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा मिल सके।