
नवप्रवेशित अंडरग्रेजुएट छात्रों के लिए इंडक्शन-कम-ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित,
आईआईटी में शुरू हुआ है जीवन का नया फेज, अब लक्ष्य भी बदलेंगे: निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा
डीजे न्यूज, धनबाद:
आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में शुक्रवार को नवप्रवेशित अंडरग्रेजुएट छात्रों के लिए इंडक्शन-कम-ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन पेनमैन ऑडिटोरियम में किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को संस्थान की शैक्षणिक व्यवस्था, इतिहास, सुविधाएं और छात्र जीवन से परिचित कराना था।
मुख्य वक्ता संस्थान के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा ने सभी नए छात्रों को बधाई देते हुए कहा, “आपने आईआईटी में दाखिला लेने का लक्ष्य बनाया, मेहनत की और जेईई परीक्षा पास कर यहां तक पहुंचे। अब यहां आने के बाद आपके जीवन का नया फेज शुरू हुआ है और अब आपके लक्ष्य भी बदलेंगे।” उन्होंने कहा कि जैसे हाई जंप करने वाला एथलीट हर बार ऊंचाई बढ़ाता है, वैसे ही आपको भी अपने टारगेट को लगातार अपग्रेड करना होगा। “हर पड़ाव पर सफलता का मापदंड बदलता है और जो खुद को उस बदलाव के साथ एडजस्ट करता है, वही आगे बढ़ता है।
प्रो. मिश्रा ने छात्रों से कहा कि आगे की यात्रा में भी कई चैलेंज आएंगे, जिन्हें उन्हें खुद ही फेस और सॉल्व करना होगा। हालांकि, फैकल्टी हमेशा उनके साथ गाइड और सपोर्ट के तौर पर मौजूद रहेंगे। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे संस्थान की सभी सुविधाओं का पूरा उपयोग करें और एक सक्सेसफुल प्रोफेशनल और जिम्मेदार नागरिक बनें।
कार्यक्रम की शुरुआत में डीन (कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन) प्रो. रजनी सिंह ने संस्थान की समृद्ध विरासत पर एक प्रेजेंटेशन के जरिए जानकारी दी और बताया कि यह कैंपस जल्द ही 100 साल पूरे करने जा रहा है। डीन (अकेडमिक) प्रो. एम.के. सिंह ने छात्रों को संस्थान की एकेडमिक स्ट्रक्चर के बारे में बताया, जिसमें 14 हफ्तों का सेमेस्टर सिस्टम, मिड-सेमेस्टर और एंड-सेमेस्टर एग्जाम्स और उनका वेटेज शामिल है। उन्होंने यह भी साफ किया कि क्विज का वेटेज 20%, मिड-सेम 30% और फाइनल एग्जाम का वेटेज 50% होगा। उन्होंने किसी भी तरह की अनैतिक गतिविधियों से बचने की सलाह दी।
डीन (स्टूडेंट्स वेलफेयर) प्रो. एस.के. गुप्ता ने हॉस्टल की सुविधाओं, स्टूडेंट सेंटर और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट सेंटर में 23 एक्टिव स्टूडेंट क्लब हैं जो छात्रों को को-करिकुलर एक्टिविटीज में भाग लेने का मौका देते हैं।
डीन प्रो. आलोक दास ने इनोवेशन हब और संस्थान में मौजूद विभिन्न इनोवेशन सेंटर्स जैसे Naresh Vashisht Centre for Tinkering and Innovation, TEXMiN, CIL Innovation Centre और Atal Community Innovation Centre (ACIC) के बारे में विस्तार से बताया।
डीन (इंफ्रास्ट्रक्चर) प्रो. अमित राय दीक्षित ने संस्थान की इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं और एम आइएस सिस्टम की जानकारी दी।
सेंट्रल लाइब्रेरी के प्रोफेसर-इन-चार्ज प्रो. अजय मंडल ने छात्रों को लाइब्रेरी की सुविधाओं से अवगत कराया, जिसमें 24×7 उपलब्ध डिजिटल लाइब्रेरी भी शामिल है।
कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने फैकल्टी सदस्यों से बातचीत की और संस्थान में अपने आने वाले सफर को लेकर उत्साहित नजर आए।