उपायुक्त की अगुवाई में मूक बधीर विद्यालय के, 130 बच्चों को दी मिजिल्स रूबेला की वैक्सीन
डीजे न्यूज, गिरिडीह : मिजिल्स रुबेला अभियान के अंतर्गत शनिवार को उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की उपस्थिति में मूक बधीर विद्यालय, अजीडीह में बच्चों को मिजिल्स रूबेला का टीका की खुराक दी गयी। इस दौरान उपायुक्त ने बताया कि एमआर अभियान के तहत नेत्रहीन और मूक बधीर विद्यालय, उदनाबाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा लगभग 130 बच्चों को एमआर टीकाकरण से अच्छादित किया गया। इसके अलावा उपायुक्त द्वारा टीकाकरण हेतु सारे प्रोटोकॉल का जायजा लिया गया। साथ ही स्कूल प्रबंधन की व्यवस्था की प्रशंसा की गई। उपायुक्त द्वारा विद्यालय में लगाए गए जिम का अवलोकन किया गया। उपायुक्त ने कहा कि नेत्रहीन एवं मूक बधिर विद्यालय को मॉडल तर्ज के रूप में विकसित किया गया है ताकि बच्चों को पठन-पाठन के साथ साथ खेल की भी सुविधा मुहैया कराई जा सकें। इस दौरान उपायुक्त ने सभी से आग्रह करते हुए कहा कि जिले में मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान के तहत 9 माह से 15 वर्ष के शत-प्रतिशत बच्चों टीके से आच्छादित किया जा रहा है। ऐसे में सभी से आग्रह होगा कि अपने बच्चों के साथ-साथ दूसरों को भी मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान की जानकारी से अवगत करायें, ताकि लक्ष्य के अनुरूप जिले के शत-प्रतिशत बच्चों को मिजिल्स रूबेला से आच्छादित किया जा सके। उपायुक्त ने 12 अप्रैल से चलने वाले मिजिल्स रूबेला टीकाकरण की जानकारियों से सभी को अवगत कराते हुए कहा कि जिला अन्तर्गत 9 माह से 15 वर्ष के शत-प्रतिशत बच्चों को मिजिल्स रूबेला का टीका दिलाना सुनिश्चित करें। मिजिल्स रूबेला का टीका सभी के लिए अति आवश्यक है। अगर बच्चे ने पहले भी टीका लिया है तो भी उसे टीका लगाया जा सकता है। खसरा रोग के सफाई तथा रूबेला को नियंत्रित करने के लिए बच्चों को यह टीका लगाना अति आवश्यक है। साथ ही उन्होंने कहा कि खसरा रूबेला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है और इसका कोई भी दुष्प्रभाव भी नहीं है। ऐसे में आप सभी स्वास्थ्य कर्मियों/शिक्षकों/सखी मंडल की दीदियां अपने-अपने पंचायतों में मीजिल्स रूबेला टीकारण अभियान को लेकर सभी को जागरूक करें, ताकि 9 माह से 15 वर्ष तक के शत-प्रतिशत बच्चों को टीका से आच्छादित किया जा सके। उपायुक्त ने सभी 13 प्रखण्ड में मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान को लेकर बनाये गये केन्द्रों एवं सरकारी व निजी स्कूलों में बनाये अस्थायी केन्द्रों की जानकारी से सभी को अवगत कराया।
उक्त अवसर पर सिविल सर्जन, एडीपीओ, डीपीएम व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।