
भाजपा ने भोगनाडीह की घटना को बताया लोकतंत्र पर हमला, जामताड़ा में किया हेमंत का पुतला दहन
डीजे न्यूज, जामताड़ा : हूल दिवस के अवसर पर साहेबगंज के भोगनाडीह में आदिवासी समाज के लोगों और सिद्धू-कान्हू के वंशजों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर पूरे झारखंड में आक्रोश है। इसी कड़ी में मंगलवार को भाजपा जामताड़ा जिला इकाई ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह कार्यक्रम जिलाध्यक्ष सुमित शरण के नेतृत्व में मुख्यालय स्थित सुभाष चौक पर संपन्न हुआ।
प्रदर्शन के दौरान जिलाध्यक्ष सुमित शरण ने सरकार पर आदिवासियों की भावनाओं को कुचलने का आरोप लगाते हुए कहा कि “हूल दिवस पर सिद्धू-कान्हू के वंशजों को पूजा से रोका गया, लाठियों से पीटा गया, यह न सिर्फ आदिवासी समाज का अपमान है बल्कि पूरे झारखंड की अस्मिता पर हमला है।” उन्होंने कहा कि यह सरकार आदिवासी विरोधी और तानाशाही प्रवृत्ति वाली सरकार है, जिसने भोगनाडीह की पवित्र भूमि को जलियांवाला बाग बना दिया।
भाजपा नेता माधव चंद्र महतो ने कहा कि 1855 में आजादी की पहली लड़ाई का बिगुल संथाल परगना की इसी धरती से फूंका गया था। जब लाखों की संख्या में श्रद्धालु और वंशज वहां पहुंचे, तब हेमंत सरकार की पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े। उन्होंने कहा कि यह घटना जनतंत्र के खिलाफ साजिश है।
इस अवसर पर उपस्थित अन्य भाजपा नेताओं ने कहा कि सिद्धू-कान्हू सिर्फ आदिवासी समाज के नहीं, बल्कि पूरे झारखंड के गौरव हैं। और उनके वंशजों के साथ जो व्यवहार हुआ, वह हेमंत सरकार की असली सोच को उजागर करता है।
पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल प्रमुख भाजपा नेता
भाजयुमो प्रदेश महामंत्री मनीष दुबे, महामंत्री दिलीप हेमब्रम, किसान मोर्चा प्रदेश मंत्री कमलेश मंडल, जिला उपाध्यक्ष सुकुमार सरखेल, जिला मंत्री मोहन शर्मा, मीडिया प्रभारी आभा आर्या, प्रदीप राउत, अब्दुर रकीब अंसारी, किरण बेसरा, मंगल सोरेन, निर्मल सोरेन, अबीता हांसदा, पिंटू गुप्ता, प्रवीण मिश्रा, रंजीत राणा, अमित मंडल, अंजनी तिवारी, मनोज देन, उदय मंडल सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
भाजपा ने चेताया है कि यदि दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो पार्टी पूरे राज्य में चरणबद्ध आंदोलन करेगी और सरकार की तानाशाही को जनता के सामने उजागर करेगी।