ट्रक की चपेट में आने से मोटिया मजदूर की मौत, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
डीजे न्यूज, टुंडी,
टुंडी-गोविन्दपुर मुख्य मार्ग पर बेहड़ा के समीप ट्रक की चपेट में आने से युवक को मौत हो गई।इसकी खबर मिलते ही बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण आक्रोशित होते हुए घटनास्थल पर पहुंचे एवं मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। सड़क जाम को प्रशासन एवं प्रबुद्ध ग्रामीणों ने समझा बुझाकर हटाया। इस दौरान पुलिस की आक्रोशित लोगों ने भारी फजीहत की।
बरवाटांड पंचायत के पिपराटांड गांव निवासी विशाल उर्फ बुधा बास्की उम्र लगभग 29वर्ष रोजमर्रा की तरह आज भी मोटिया मजदूरी काम करने के लिए महाराजगंज बाजार गया हुआ था। काम की खोजबीन को लेकर रविवार को आगे बढ़ गया। टुंडी-गिरिडीह मुख्य मार्ग बेहड़ा गांव के पास सड़क पार करने के दौरान एलपी ट्रक की चपेट में आ गया। ट्रक इतनी तेज रफ्तार में थी कि युवक ट्रक के चक्का के पास लटक गया। चालक लोगों की भय से उसे लगभग एक हजार फीट दूरी तक घसीटने के दौरान वह चक्का के नीचे आ गया एवं सिर के बल कुचला गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।इस घटना की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गर्ई। आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया। सूचना मिलने पर टुंडी थानेदार शारदा रंजन पहुंचे एवं लोगों को समझाने का भरसक प्रयास किया। पुलिस की बात आक्रोशित लोगों ने एक न सुनी एवं सड़क जाम कर दिया। इस दौरान मुख्य मार्ग में दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। खबर मिलने पर टुंडी के बीडीओ संजीव कुमार, सीओ ऐजाज हुसैन अंसारी ने भी लोगों से संवाद कर जान हटाने का प्रयास किया। वहां मौजूद लोगों का कहना था कि पारिवारिक लाभ की राशि तत्काल पीड़ित परिवार को दी जाय। इसके बाद प्रशासन की ओर से स्थानीय जनप्रतिनिधि के रूप में बाघमारा विधायक प्रतिनिधि मनीष कुमार साव एवं कमारडीह पंचायत मुखिया जयनारायण मंडल आदि के अगुवाई में तत्काल पीड़ित परिवार को दस हजार रुपए मुआवजा के तौर दिया गया। वहां मौजूद लोगों एवं थानेदार की मौजूदगी में मृतक की मां को बिलखते देख मानवता संवेदना के तौर पर सभी जाम में फंसे वाहन चालकों से घटना पर भिक्षाटन कर भी कुछ राशि मुहैया कराई गई। मृतक परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था? उसकी मां श्री देवी मंझियान विलख विलख कर कह रही थी” हामर सब पुराय गेलो है अब बचके की करबो भगवान अब हमरो लैय चल “? वहीं उसकी पत्नी बाहामुनि मंझियान अपनी एकमात्र संतान बेटी सुमन को गोद लिए दहाड़ मार क्रंदन से मौजूद भीड़ को रह रहकर स्तब्ध कर दे रही थी। मृतक के पिता लखीराम बास्की अपने एकमात्र पुत्र की क्षतविक्षत लाश को एकटक निहारते हुए गुमशुदा था। पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए अपने कब्जे में कर धनबाद भेज दिया।