



2614 लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण, 761 आवेदनों का निष्पादन

डीजे न्यूज, धनबाद: झारखण्ड राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष (रजत पर्व) के अवसर पर तथा सेवा का अधिकार सप्ताह के दूसरे दिन शनिवार को विभिन्न प्रखंडों के पंचायतों एवं नगर निकाय के वार्डों में “आपकी योजना – आपकी सरकार – आपके द्वार” कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं शहरवासी उमड़े। उन्हें एक ही छत के नीचे विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिला। शिविरों में न केवल योजनाओं की जानकारी दी गई, बल्कि मौके पर ही परिसंपत्तियों, स्वीकृति पत्रों का वितरण एवं आवश्यक दस्तावेज प्रदान किए गए।
इसकी जानकारी देते हुए उपायुक्त आदित्य रंजन ने बताया कि 761 आवेदनों का निष्पादन किया गया। वहीं 2614 लाभुकों के बीच ऑन द स्पॉट परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। शिविरों में 7233 आवेदन प्राप्त हुए।
उन्होंने बताया कि जाति प्रमाण पत्र के 226, आय प्रमाण पत्र के 217, जन्म प्रमाण पत्र के 148, मृत्यु प्रमाण पत्र के 26, दाखिल खारिज वादों के 55, जमीन मापी के 7, भूमि धारण प्रमाण पत्र 11, नया राशन कार्ड 955, स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र के 131, वृद्धा पेंशन के 668, विधवा पेंशन के 28, दिव्यांगता पेंशन के 18, झारखंड राज्य सेवा देने की गारंटी अधिनियम 2011 से जुड़े 439, विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं के लिए 4304 सहित 7233 आवेदन प्राप्त हुए।
इसमें जाति प्रमाण पत्र के 84, आय प्रमाण पत्र के 91, जन्म प्रमाण पत्र के 27, मृत्यु प्रमाण पत्र के 12, दाखिल खारिज वादों के 1, जमीन मापी का 1, नया राशन कार्ड 63, स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र के 38, वृद्धा पेंशन के 35, विधवा पेंशन के 2, दिव्यांगता पेंशन के 2, झारखंड राज्य सेवा देने की गारंटी अधिनियम 2011 से जुड़े 310, विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं के 95 सहित 761 आवेदनों का निष्पादन किया गया।
शिविरों के दौरान लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण भी किया गया। इसमें 35 लाभुकों को लैमिनेटेड जाति प्रमाण पत्र, 1036 स्वयं सहायता समूह / क्लस्टर मेंबर को आइडेंटी कार्ड का वितरण, 416 लाभुकों के बीच धोती – साड़ी एवं लूंगी का वितरण, 55 लाभुकों को कंबल, 150 को साइकिल, 856 लाभुकों को स्वेटर तथा अन्य 66 सहित 2614 लाभुकों के बीच ऑन द स्पॉट परिसंपत्तियों का वितरण किया गया।
शिविरों में जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी, सभी प्रखंडों के बीडीओ-सीओ एवं विभागीय कर्मी शिविरों में उपस्थित रहे तथा लाभुकों से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान किया।



